उत्तर प्रदेश को चार राज्यों में बांटने के ‘मुख्यमंत्री’ के ऐलान के बाद शुरू होगा ये बड़ा अभियान
दरअसल मामला थाना भोपा क्षेत्र के गांव शुक्रतीर्थ का है। ऐतिहासिक तीर्थ स्थली के नाम से विख्यात शुक्रतीर्थ में गंगा में अचानक जहरीला पानी आ जाने के कारण हजारों मछलियों सहित पानी में रहने वाले अन्य जीव जंतु मौत के मुंह में समा गए। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त हो गया। यह भी पढ़ें
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जानकारी के मुताबिक बहने वाली सोनाली नदी जो की गंगा की धारा है। उसमें अक्सर उत्तराखंड की दर्जनों फैक्ट्रियां समय-समय पर जहरीला पानी छोड़ देती हैं। जिस कारण मछलियों सहित पानी में रहने वाले जीव मौत के मुंह में समा जाते हैं। इससे पहले भी कई बार फैक्ट्रियों का जहरीला पानी गंगा नदी में आने से लाखों मछलियों की मौत तो हो ही चुकी है। इसके अलावा भी दूरदराज से तीर्थ नगरी शुक्रतीर्थ में आने वाले श्रद्धालुओं को भी गंगा घाट पर इसी जहरीले पानी में स्नान करना पड़ता है।
नोएडा गौरतलब है कि पिछले साढ़े 4 सालों से केंद्र सरकार गंगा सफाई के नाम पर अरबों रुपया पानी की तरह बहा चुकी है। लेकिन रिजल्ट शून्य है। मुजफ्फरनगर के क्षेत्रीय सांसद व पूर्व केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री संजीव बालियान वर्तमान जल संसाधन नदी संरक्षण मंत्री सत्यपाल सिंह भी गंगा सफाई को लेकर कई बड़े कार्यक्रम कर चुके हैं। मगर नतीजा सामने है कि जिस तरह गंगा का पानी जहरीला होने की वजह से पानी में रहने वाले जीव दम तोड़ रहे हैं। इस मामले में नमामि गंगे के संयोजक डॉक्टर वीरपाल निरवाल से बात की गई तो उनका कहना है कि आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी इसके लिए जल्द ही शासन-प्रशासन व सरकार को लिखेंगे।