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मौलाना कलीम सिद्दीकी के बचाव में उतरी सपा, गिरफ्तारी से पहले होनी चाहिए थी जांच

locationमुजफ्फरनगरPublished: Sep 25, 2021 03:27:07 pm

Submitted by:

Nitish Pandey

मुजफ्फरनगर जिले के समाजवादी पार्टी कार्यालय पर वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग में मौलाना कलीम सिद्दीकी गिरफ्तारी प्रकरण की सभी ने निंदा की।

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मुजफ्फरनगर. धर्मांतरण के मामले में यूपीएटीएस की पकड़ में आये मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी ने मौलाना का बचाव करते हुए सियासत शुरू कर दी है। मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने एक पत्रकार वार्ता करते हुए मौलाना कलीम सिद्दीकी पर लगाए गए आरोप पर निंदा किया। साथ ही बताया कि भारतीय जनता पार्टी 2022 के चुनाव से पहले हिंदू मुस्लिम वोट कार्ड खेलकर चुनाव का ध्रुवीकरण कर रही है। अगर मौलाना पर कोई आरोप है तो पहले उसकी जांच की जाती उसके बाद जब उन पर आरोप तय हो जाते उसके बाद गिरफ्तारी की जाती। लेकिन बिना जांच किए ही मौलाना की गिरफ्तारी बेहद अफसोसजनक है जिसकी हम निंदा करते हैं।
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गिरफ्तारी से पहले होनी चाहिए थी जांच- प्रमोद त्यागी

मुजफ्फरनगर जिले के समाजवादी पार्टी कार्यालय पर वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग में मौलाना कलीम सिद्दीकी गिरफ्तारी प्रकरण की सभी ने निंदा की। सपा जिलाध्यक्ष एडवोकेट प्रमोद त्यागी ने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी का संपूर्ण इतिहास सांप्रदायिक सौहार्द व एक सम्मानित इस्लामिक विद्वान का रहा है। एक सम्मानित व्यक्ति की पहले गिरफ्तारी व बाद में जांच समझ से परे है। सपा नेताओं ने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी भाजपा सरकार ने बहुत जल्दबाजी में की है। जो उनकी मंशा पर सवाल खड़े करते है। किसी सम्मानित व्यक्ति की गिरफ्तारी से पूर्व पहले सघन जांच तथा जांच में तथ्य सही पाये जाने पर ही गिरफ्तारी की जाती है।
समाजवादी पार्टी ने की निंदा

एडवोकेट प्रमोद त्यागी ने कहा कि अनेक मामलों में इसी तरह की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय ने सभी आरोपों को गलत मानकर अधिकतम प्रकरण में उनको बाईज्जत बरी किया है। उन्होंने बिना जांच मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तारी किये जाने पर एक सम्मानित शख्सियत का अपमान व उत्पीड़न बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकरणों में बिना जांच के जेल भेजने तथा बाद में निर्दोष सिद्ध होने पर भी उनका सम्मान वापिस नहीं होता है। मौलाना कलीम सिद्दीकी का क्षेत्र उनकी उदारता एवं विद्वता की प्रशंसा करता रहा है तथा समाजवादी पार्टी इस प्रकरण की निंदा करती है।
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