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Farmers Protest: राकेश टिकैत की आंखों में छलके आंसू तो एकजुट हुए अन्नदाता, हजारों किसानों ने भरी हुंकार

Highlights: -राजकीय इंटर कॉलेज में आयोजित किसानों की पंचायत में हजारों किसान हुए शामिल -किसानों के साथ ही रालोद और कांग्रेस नेता भी हुए शामिल -भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मुजफ्फरनगर। तीन कृषि बिल के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को खत्म कराने के लिए गाजीपुर-यूपी बॉर्डर पर भारी पुलिसफोर्स तैनात है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्त राकेश टिकैत ने धरना खत्म करने से साफ इनकार कर दिया है। इस बीच टिकैत ने भाजपा के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर सैकड़ों लोगों के साथ धरना स्थल पर किसानों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया। वहीं वह मीडिया से बातचीत करते हुए रो भी पड़े। उधर, इस बात की जानकारी जैसे ही वेस्ट यूपी के किसानों को मिली तो सभी दोबारा एकजुट हो गए। इस कड़ी में मुजफ्फरनगर के सिसौली में आपात पंचायत बुला ली गई।

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शुक्रवार सुबह भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में पंचायत करने की घोषणा कर दी। सुबह से ही राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में किसानों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। हजारों किसान राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में पहुंचे और पंचायत में हिस्सा लिया। इस दौरान राष्ट्रीय लोक दल व कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी पंचायत में पहुंचे। वहीं पंचायत में पहुंचे शामली से पूर्व विधायक पंकज मलिक ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए किसान आंदोलन को जबरन समाप्त कर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही भाजपा पर अपने विधायकों के जरिए जातीय दंगा भड़काने का भी आरोप लगाया गया।

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उन्होंने कहा कि हम हर किसान संगठन के साथ हैं। मुजफ्फरनगर की धरती एक बार फिर बड़ा इतिहास लिखने जा रही है। वहीं राष्ट्रीय लोकदल जयंत चौधरी पहले गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। उसके बाद उन्होंने ट्वीट के जरिए मुजफ्फरनगर पहुंचने का भी संदेश दिया। जानकारों के अनुसार जयंत चौधरी कुछ ही देर में लाव लश्कर के साथ मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे। इसके साथ ही अगर पुलिस और प्रशासन के बंदोबस्त की बात करें तो यहां जनपद के पुलिस फोर्स के साथ साथ बाहर से भी पोस्ट मंगाया गया है। पंचायत स्थल से कुछ ही दूरी पर थाना नई मंडी कोतवाली को पूरी तरह से सील किया गया है। कोतवाली के दोनों मुख्य द्वारों पर हथकड़ी और बैरिकेडिंग लगाकर दरवाजे बंद किए गए हैं। डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल का कमिश्नर ने भी मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। इसके अलावा जिलाधिकारी एसएसपी और जनपद के तमाम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पंचायत पर पैनी नजर रखे हुए हैं।