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यूपी के छोटे से गांव के इस लड़के ने कुछ इस अंदाज में पूरा किया मां-बाप का सपना

मां-बाप ने बचपन में ही देखा था बेटे के लिए यह सपना

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Lieutenant Abhishek

यूपी के छोटे से गांव के इस लड़के ने कुछ इस अंदाज में पूरा किया मां-बाप का सपना

मुजफ्फरनगर। जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान के बेटे ने वह मुकाम हासिल किया है, जिसका सपना उसके मां बाप देखा करते थे। कहते हैं कि मेहनत व लग्न से इंसान बड़े से बड़ा मुकाम हासिल कर सकता है। अगर मामला सेना से जुड़ा हो तो वह और भी खास हो जाता है। जनपद मुजफ्फरनगर के युवा देश सेवा को लेकर हमेशा से ही आगे रहते हैं। जिसमें थाना चरथावल क्षेत्र के गांव महाबलीपुर निवासी बीएसएफ जवान के पुत्र ने भी देश की सेवा का करने का फैसला किया और सेना में लेफ्टिनेंट बनकर मां-बाप का सपना पूरा कर दिया। रविवार को गांव पहुंचने पर परिजनों व गांव वासियों ने लेफ्टिनेंट बेटे का भव्य स्वागत किया और जमकर मिठाईयां बांटी।

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दरअसल थाना चरथावल क्षेत्र के ग्राम महाबलीपुर निवासी जसबीर धारीवाल लगभग 30 वर्ष से बीएसएफ में तैनात होकर देश की सेवा कर रहे हैं। वर्तमान में वह गुजरात के भुज शहर में 79वीं बटालियन में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर तैनात हैं। उनके पुत्र अभिषेक धारीवाल ने भी अपने पिता से प्रेरणा लेकर देश की सेवा करने का मन बनाया। अभिषेक धारीवाल ने केंद्रीय विद्यालय से हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा पास की। फिर डीएवी डिग्री कॉलेज से स्नातक करने के बाद एसडी इंटर कॉलिज से एमएससी की डिग्री ली। पोस्ट ग्रेजुएट होने के बाद अभिषेक ने कंबाइंड डिफेंस सर्विस (सीडीएस) की तैयारी शुरू की।

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फलस्वरूप अभिषेक धारीवाल ने पहले ही प्रयास में सीडीएस की परीक्षा पास कर ली, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। सीडीएस के बाद इंडियन मिलिट्री अकादमी (आईएमए) देहरादून में डेढ़ वर्ष तक उनकी ट्रेनिंग चली। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद शनिवार को देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड में उन्हें लेफ्टिनेंट पद से नवाजा गया। इसके साथ ही उन्होंने वह सपना पूरा कर लिया, जो उनके मां-बाप ने देखा था।

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रविवार को लेफ्टिनेंट बनने के बाद गांव में पहुंचने पर परिजनों व गांव वासियो ने भव्य स्वागत किया और जमकर मिठाईयां बांटी। इस मौके पर गांव के राजेन्द्र प्रधान, जयवीर धारीवाल, सत्यवीर धारीवाल, प्रदीप धारीवाल, विपिन धारीवाल, मान्या धारीवाल, रिषभ धारीवाल, वैभव धारीवाल आदि मौजूद रहे।