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एआइ की दस्तक के बाद आगामी 5 सालों में बदल जाएगी विधि जगत की संरचना

मेड़ता सिटी.यहां जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में गुरुवार को जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हुआ। जिसमें राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश सहित न्यायाधीशों ने शिरकत की।

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। मेड़ता सिटी. न्यायाधीशों की मौजूदगी में शपथ के दौरान बार संघ के पदाधिकारी।

- अभिभाषक संघ कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह : हाईकोर्ट के न्यायाधीशों ने की शिरकत

मेड़ता सिटी.यहां जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में गुरुवार को जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित हुआ। जिसमें राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश सहित न्यायाधीशों ने शिरकत की। इस दौरान हाईकोर्ट न्यायाधीशों की मौजूदगी में अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों ने शपथ ली।

जिला एवं सेशन न्यायालय के पास आयोजित हुए शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी, हाईकोर्ट न्यायाधीश फरजंद अली व उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मुन्नूरी लक्ष्मण, मेड़ता जिला एवं सेशन न्यायाधीश अरुण कुमार बेरीवाल की मौजूदगी में जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह शेखावत, उपाध्यक्ष ओमप्रकाश प्रजापत, कोषाध्यक्ष प्रवीण हिंदास, पुस्तकालय सचिव समीर खान, महासचिव शुभांकित पाठक व सहसचिव कैलाश लटियाल सहित पदाधिकारियों ने शपथ ली। इस दौरान बोलते हुए मुख्य अतिथि वरिष्ठ न्यायाधीश भाटी ने कहा कि मेड़ता जिला अभिभाषक संघ का उत्साह देखकर मुझे पूर्ण विश्वास है कि वो एक नई परम्परा कायम करेंगे और नया आयाम स्थापित करेंगे। न्यायाधिपति भाटी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि टेक्नॉलोजी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि आप रोबोट्स को कमांड दे और आपके पलक झपकाते ही आपका परिणाम आपके सामने होगा। कई देशों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जजमेंट राइटिंग के लिए काम में लिया जा रहा है। अधिवक्ता वहां अपने सोल्यूशन के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। भाटी ने कहा कि सब कुछ इतनी तेजी से बदल रहा है कि आने वाले 5 सालों में विधि जगत की पूरी संरचना बदल चुकी होगी। इस संरचना के साथ अगर 40 साल से कम उम्र के न्यायाधीश और अधिवक्ता नहीं बदल पाए तो इस विधि जगत में आपकी भूमिका नगण्य हो जाएगी।

"विधि जगत में आज कंधे से कंधा मिलाकर चल रही बहन-बेटियां'

समारोह में बोलते हुए वरिष्ठ न्यायाधीश भाटी ने कहा कि विधि जगत में आज हमारी बहन-बेटियां कंधे से कंधा मिलाकर हमारे साथ राष्ट्र को मजबूत करने में एक अहम भूमिका निभा रही है। राजस्थान की न्यायपालिका में पिछले 10 वर्ष से हमारी बहन-बेटियों ने 70 प्रतिशत से ज्यादा भागीदारी निभाई है। जिला एवं सेशन न्यायाधीश अरुण कुमार बेरीवाल ने कहा कि मेड़ता में एक साथ 4 न्यायाधीशों के आने से सब में ऊर्जा का संचार हुआ है। मेड़ता के प्रति न्यायाधीशों का प्रेम और लगाव वाकई में सराहनीय है। बार संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हम यह संकल्प लेना है कि जहां भी वृक्ष हो वहां हमें उसकी देखभाल करनी चाहिए। इस दौरान न्यायाधीशों के साथ मिलकर कचहरी परिसर में पौधरोपण भी किया गया।

"छोटी जगह पर भी काम करके हासिल कर सकते हैं सफलता'

समारोह में हाईकोर्ट न्यायाधीश फरजंद अली ने कहा कि मेड़ता और चितौड़गढ़ का बड़ा संबंध है। इसको भक्ति की नगरी इसलिए कहते है क्योंकि यह मीराबाई का जन्म स्थान है। चितौड़गढ़ को भक्ति व शक्ति की नगरी कहते हैं क्योंकि वहां मीराबाई का सुसराल था। उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि छोटी जगह पर भी काम करके आप सफलता हासिल कर सकते हैं। इस दौरान हाईकोर्ट न्यायाधीश मुन्नूरी ने भी विचार रखे।