Nagaur. समर्थन मूल्य पर मूंग बेचान के लिए पंजीकरण कराने के लिए परेशान काश्तकारों की संख्या बढ़ी है। किसान पंजीकरण के लिए मंगलवार को भी ईमित्र केन्द्रों पर चक्कर लगाते नजर आए। काश्तकारों का कहना है कि पिछले साल तो सरलता से पंजीकरण हो गया था, लेकिन इस वर्ष पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि विगत तीन अक्टूबर को पंजीकरण शुरू होने के बाद चार अक्टूबर की शाम को बंद हो गया था। इसके बाद क्रमश: अलग-अलग दिवस पर केवल दो दिन पंजीकरण हुए, लेकिन दो-दो घंटे के लिए। इसकी वजह से कई काश्तकार पंजीकरण कराने से वंचित रह गए। पंजीकरण में किसानों की संख्या कम होने का प्रभाव खरीद केन्द्रों पर नजर आने लगा है। गत वर्ष खरीद के दौरान क्रय विक्रय सहकारी समिति के खरीद केन्द्रों पर किसानों की भीड़ नजर आती थी, लेकिन इस वर्ष बिलकुल अलग तस्वीर नजर आ रही है। काश्तकारों की संख्या कम होने की वजह से खरीद केन्द्रों पर लगभग सन्नाटे की स्थिति रहने लगी है। खरीद केन्द्रों में नागौर कृषि उपजमंडी स्थित केन्द्र के माध्यम से अब तक तीन हजार से ज्यादा कट्टों की खरीद की जा चुकी है, लेकिन पिछले साल यह संख्या इसके तीन गुना ज्यादा थी। इसी से खरीद की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। कृषि उपजमंडी स्थित एक ईमित्र संचालक ने बताया कि मंगलवार को आए किसानों के आवेदन अपलोड करने के प्रयास वेबसाइट में क्षमता पूरी होने का संदेश आ गया। इस संबंध में टोल फ्री नंबरों पर बात किए जाने पर पता चला कि फिर से जिले के सभी नौ केन्द्रों की खरीद क्षमता पूरी होने के कारण पंजीकरण नहीं हो पाएगा। सहकारिता के अधिकारियों से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि इसमें विभाग की कोई भुमिका नहीं है। उनकी ओर से इस संबंध में कुछ नहीं किया जा सकता है।