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काम सौ का और करने वाले चार, आखिर कर क्या रही है सरकार

हरिराम गुर्जर किसी भी शहर के विकास में सबसे बड़ी भूमिका नगरपालिका की होती है। इसलिए शहर के लोगों को भी स्थानीय निकाय नगरपालिका से विकास से लेकर छोटे-मोटे रोजमर्रा के कार्यों को लेकर जरूरतों के साथ उम्मीदें भी बढ़ जाती है, लेकिन जब नगरपालिका कार्यालय में पद ही रिक्त हो, तो रोजमर्रा के कामकाज कैसे

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babulal tak

Feb 18, 2017

इसकी एक बानगी साफ तौर पर देखने को मिल रही है डेगाना नगरपालिका कार्यालय में। डेगाना शहर को पिछले पौने तीन साल पहले नगरपालिका का दर्जा मिला, इसके बाद पौने दो साल पहले ही नवगठित पालिका के प्रथम चुनाव के बाद पहला बोर्ड बना। इसके बावजूद पौने तीन सालों के बाद भी नगरपालिका रिक्त पदों से बुरी तरह से जूझ रही है। जिससे पालिका के स्वयं के कार्यो में सरकारी योजनाओं से लेकर छोटे-मोटे कार्यों को बाधित होने के साथ ही आमजन से जुड़े छोटे-मोटे रोजमर्रा के कार्य व अन्य विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। तृतीय श्रेणी की घोषित नगरपालिका में जहां स्वायत्त शासन विभाग की ओर से कुल 97 पद स्वीकृत होने के बावजूद मात्र चार पदों के भरोसे ही पालिका को काम चलाना पड़ रहा है।

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इससे अंदाजा भी लगाया जा सकता है, कि आखिर 60 पदों का काम 4 अधिकारी-कर्मचारी कैसे चलाएंगें? इसको लेकर शहर के लोगों में भी आक्रोश साफ देखा जा रहा है तो अधिकारी भी अपनी पीड़ा साफ जाहिर कर रहे है। जबकि, कई बार नगरपालिका प्रशासन की ओर से रिक्त पदों को लेकर स्वायत्त शासन विभाग के उच्चाधिकारियों को कार्यालय पत्रों के माध्यम से भी बार-बार अवगत करवाया जा रहा है। इसके बावजूद स्थानीय निकाय विभाग इस ओर कोई ध्यान तक नहीं दे रहा है। उल्लेखनीय है, कि स्थानीय विधायक के रूप में सहकारिता एवं गोपालन-डेयरी मंत्री अजयसिंह किलक ने अपने क्षेत्र की पालिका का मामला होने पर बार-बार स्थानीय निकाय विभाग को भी पत्र लिखकर पालिका में रिक्त पदों को लेकर मांग कर चुके है, लेकिन अभी तक मात्र 97 पदों में से 4 कार्मिको के भरोसे ही पालिका चल रही है। हालांकि, पालिका में कुछ अस्थाई कार्मिक के तौर पर कर्मचारी ठेके पर रखे हुए हैं।
कैसे चलेगा काम?
डेगाना नगरपालिका वैसे ही एक तरफ तो नई बनी है। तो, दूसरी ओर पहला बोर्ड होने के साथ नए शहर के रूप में पालिका क्षेत्र में जमीन सम्बधी, मकान निर्माण, व्यवसायिक गतिविधियों, पट्टे, पुराने पट्टे पंजियन, बिजली-पानी स्वीकृतियां, कृषि भूमि आबादी में करवाने सहित कई प्रकार के सरकारी कार्यों सहित कई योजनाओं का भार ज्यादा है। स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जहां डेगाना नगरपालिका में कुल 97 पदों में से अधिशासी अधिकारी ईओ के पद पर सुनील चौधरी कार्यरत है। वहीं जेईएन देवीलाल चौधरी, राजस्व अधिकारी संजीव शर्मा व एक लिपिक मनमोहन प्रजापत सहित कुल चार पदों पर ही अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है। जबकि, कनिष्ठ लेखाकार एक पद, वरिष्ठ लिपिक एक पद, कनिष्ठ लिपिक 5 पद, सफाई निरीक्षक एक पद, सहायक अग्निशमन अधिकारी एक पद, फायरमैन 8 पद, वाहन चालक 5 पद, चपरासी 4 पद, अग्निशमन वाहन चालक 1 पद, चौकीदार एक पद, लाइनमैन एक पद, सफाई निरीक्षक एक पद, सफाई जमादार 4 पद व सफाई कर्मचारी 60 पद स्वीकृत है। इस प्रकार कुल 97 पदों में से मात्र 4 पद ही भरें हुए है। इससे पालिका में सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
ईओ ने एसडीएम को बताई समस्या
नगरपालिका अधिशासी अधिकारी (ईओ) सुनील चौधरी ने गत दिवस ही उपखंड स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में एसडीएम रविन्द्र कुमार चौधरी के समक्ष भी पालिका की व्यथा बयां करते हुए स्वीकृत 97 पदों में से मात्र चार पदों पर कार्यरत होने की जानकारी दी। इसको लेकर एसडीएम ने भी रिक्त पदों को लेकर पत्र एसडीएम व नागौर जिला कलक्टर को भेजने के साथ ही स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक व उपनिदेशक को भेजने की बात कहीं। जल्द ही रिक्त पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति करने की बात करने की बात कहीं।
काम प्रभावित हो रहे हैं...
&डेगाना नगरपालिका में सफाई कर्मचारियों सहित अन्य
विभिन्न प्रकार के पद रिक्त है। जिसमें मात्र चार ही पद भरे हुए है। इसको लेकर स्थानीय निकाय विभाग निदेशक व उपनिदेशक को विभागीय कार्यालय से बार-बार पत्र लिखकर अवगत करवाया जा रहा है। रिक्त पदों के कारण कई प्रकार
की समस्याएं आ रही है, तो काम भी प्रभावित हो रहे है।
सुनील चौधरी, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका, डेगाना

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