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भाजपा से कांग्रेस में गए हबीबुर्रहमान का बड़ा बयान- कह डाला कुछ ऐसा कि समर्थकों में छाई खुशी की लहर!

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नागौर

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Dinesh Saini

Nov 14, 2018

Habibur Rahman

नागौर। दौसा से भाजपा सांसद हरीश मीणा (Harish Meena) के बाद बुधवार को नागौर से भाजपा विधायक हबीबुर्रहमान (Habibur Rahman) ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली हैं। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सांसद रघु शर्मा (Raghu Sharma) ने हबीबुर्रहमान ने सूत की माला पहनाई। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें विधायक अधिकांश समय चुप रहे। वे यहीं कहते रहे कि किन्ही कारणों से भाजपा से टिकट नहीं मिला। अब बिना शर्त के घर वापसी की है। पार्टी चाहेगी तो चुनाव लडूंगा। नागौर की जनता भी चुनाव (Rajasthan Election 2018) लडऩे के लिए बोल रही हैं। वहीं, राजस्थान कांग्रेस के कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन एवं सांसद रघु शर्मा उलटफेरों पर भाजपा के बयानों का जवाब देते रहे।

- किरोड़ीलाल मीणा के बयान पर सांसद रघु का जवाब
शर्मा ने कहा, वर्ष 2008 में कांग्रेस सरकार में गोलमा देवी मंत्री रही। 2013 में किरोड़ीलाल ने राजपा बनाई। उन्होंने भाजपा और वसुंधरा राजे के लिए जो शब्द इस्तेमाल किए राज्य की जनता भूली नहीं है। अब अचानक भाजपा में चले गए, राजपा को भी पीछे छोड़ दिया। इससे खुद राज्यसभा और उनकी पत्नी गोलमा उपचुनाव में 50 हजार वोट से पीछे रही। उन्होंने पत्नी को पहली सूची में नाम दिला दिया। उनसे बड़ा अवसरवादी कोई और नहीं है। बिना शर्त पर कांग्रेस में आने वाले नहीं है।

- भाजपा में लोकतंत्र नहीं, तानाशाही और एकाधिकार
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस में दावेदार और हिस्सेदार है। खुशी है कि उन्होंने सही कहा। यहां कार्यकर्ता की दावेदारी और हिस्सेदारी भी है। जबकि वहां पर लोकतंत्र नहीं, तानाशाही और एकाधिकार है। दो ही लोग पार्टी चला रहे हैं। जो दावे करते थे कि भाजपा अनुशासित है, 131 सीटों के डिक्लेयर करते ही पता चल गया। तानाशाही सूची का विरोध सडक़ों पर नजर आ रहा है। कांग्रेस मंथन कर अमृत निकालेगी। हमारी सूची तीन चौथाई बहुमत से सरकार बनाएगी।

- चुनावों में ही राममंदिर क्यों आता है राममंदिर
तीस वर्षों से चुनाव हुए। तब-तब भाजपा को राममंदिर याद आता है। दिल्ली, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में भाजपा की सरकार है तो राममंदिर क्यों नहीं बनाते। अगर हिम्मत है तो विकास के एजेंडे पर चुनाव लडक़र दिखाए। सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन घीसे-पीटे मुद्दा लेकर आती है। मैं कांग्रेस का सिपाही हूं, पार्टी कहेगी वो करूंगा।