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निलम्बित कांस्टेबल की दोनों जमानत अर्जी खारिज

अश्लील चैट वायरल करने की धमकी देकर थाना प्रभारी को ब्लैकमेल करने का मामलाकुछ और को भी ब्लैक मेल करने के संकेत मिले, मोबाइल डाटा खंगाल रही है पुलिस

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अश्लील वीडियो चैट वायरल करने की धमकी

अश्लील वीडियो चैट वायरल करने की धमकी देकर खींवसर थाना प्रभारी को ब्लैकमेल करने वाले डेगाना थाना के निलम्बित कांस्टेबल प्रदीपराम की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है।



पत्रिका न्यूज नेटवर्क

नागौर. अश्लील वीडियो चैट वायरल करने की धमकी देकर खींवसर थाना प्रभारी को ब्लैकमेल करने वाले डेगाना थाना के निलम्बित कांस्टेबल प्रदीपराम की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है। गुरुवार को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट व शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संख्या -1 ने प्रदीपराम की जमानत अर्जी खारिज की।

सूत्रों के अनुसार गत सोमवार को खींवसर थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण को अश्लील वीडियो चैट वायरल करने की धमकी देकर नई गाड़ी व पांच लाख रुपए मांगने पर कांस्टेबल प्रदीप राम को गिरफ्तार किया था। उसके बाद उसे दो दिन के रिमाण्ड पर लिया गया। गुरुवार को उसके वकील निम्बाराम काला ने जमानत की अर्जी अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर की, जहां मुख्य न्यायिक मजस्ट्रिेट ने इसे खारिज कर दिया। गुरुवार की शाम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संख्या-1 के समक्ष अर्जी दाखिल की गई, जिसकी सुनवाई शुक्रवार को हुई। यहां जमानत का विरोध करते हुए लोक अभियोजक महावीर विश्नोई ने कहा कि कानून का जानकार होने के बाद अपराध में लिप्त रहकर प्रदीप की इस कारगुजारी से पुलिस की छवि तो धूमिल हुई, साथ ही उस पर विश्वास कम हुआ। ऐसे में उसको जमानत दिया जाना उचित नहीं है। इस पर न्यायाधीश इसरार खोखर ने प्रदीप की अर्जी खारिज कर दी। प्रदीप इस समय नागौर जेल में बंद है।

जांच जारी, लैपटॉप में मिली चैट की कॉपी

मामले की जांच नागौर सीओ विनोद कुमार सीपा कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने जो कम्प्यूटर/लैपटॉप जब्त किया, उसमें थाना प्रभारी के साथ चैट की कॉपी तथा एक अश्लील फिल्म मिली है। प्रदीपराम के कब्जे से मिले पैन ड्राइव/मोबाइल भी खंगाले जा रहे हैं। कुछ संदिग्ध/संपर्क के लोगों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। सीपा थाना प्रभारी के खींवसर स्थित क्वार्टर का भी मौका-मुआयना कर आए। यहां पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की।

धीरे-धीरे खुल रहे हैं राज

प्रदीप राम के खिलाफ चल रही जांच में नित नए राज खुल रहे हैं। कम्प्यूटर/मोबाइल के साथ ऑनलाइन बैटिंग के एक्सपर्ट प्रदीपराम पर करीब बीस लाख का कर्जा था। इसे ही चुकाने के लिए उसने एसआई गोपाल कृष्ण को ही नहीं, कुछ और लोगों को भी फांसा था। इसके संकेत अब तक की तफ्तीश में मिल चुके हैं। डेगाना-खींवसर थाने के साथ उसके संपर्क लोगों का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है।

गौरतलब है कि मंगलवार को खींवसर थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण और कांस्टेबल प्रदीपराम के बीच समलैंगिक संबंधों की अश्लील वीडियो चैट वायरल करने का मामला सामने आने पर दोनों को निलम्बित कर दिया गया। प्रदीप ने प्रभारी से एक गाड़ी और पांच लाख की डिमाण्ड की थी। रिमाण्ड पूरा होने पर गुरुवार को प्रदीपराम को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

इनका कहना

मामले की जांच जारी है, कुछ नई जानकारी मिली है, जिसकी भी तफ्तीश की जा रही है। इस कड़ी में और कौन-कौन शामिल है, इसका भी जल्द खुलासा होगा।

-विनोद कुमार सीपा, सीओ नागौर