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बारह कक्षा और कमरें नौ, विद्यार्थी खुले में पढ़ाई को मजबूर

गोटन. टूंकलिया गांव का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 61 वर्ष पूर्व बने प्राथमिक विद्यालय भवन में संचालित होने से अब सुविधा अपर्याप्त साबित है। विद्यालय स्तर के अनुकू ल कमरों के अभाव में शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित होने के साथ ही विद्यालय प्रशासन व विद्यार्थियों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है।

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बारह कक्षा और कमरें नौ, विद्यार्थी खुले में पढ़ाई को मजबूर

गोटन. पुराने भवन में संचालित टूंकलियां गांव का राजकीय उच्च.मा.विद्यालय।,गोटन. पुराने भवन में संचालित टूंकलियां गांव का राजकीय उच्च.मा.विद्यालय।,गोटन. पुराने भवन में संचालित टूंकलियां गांव का राजकीय उच्च.मा.विद्यालय।

गोटन. टूंकलिया गांव का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 61 वर्ष पूर्व बने प्राथमिक विद्यालय भवन में संचालित होने से अब सुविधा अपर्याप्त साबित है। विद्यालय स्तर के अनुकू ल कमरों के अभाव में शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित होने के साथ ही विद्यालय प्रशासन व विद्यार्थियों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार टूंकलियां गांव में वर्ष 1958 में सरकारी प्राथमिक विद्यालय की सरकार ने स्वीकृति दी थी। वर्ष 1961 में तत्कालीन प्रधानाध्यापक गोविन्दलाल सोलंकी के रहते यहां दो कमरों का निर्माण कराया गया। इसके बाद यह विद्यालय वर्ष 1994 में उच्च प्राथमिक विद्यालय, वर्ष 2008 में माध्यमिक विद्यालय तथा वर्ष 20015 में उच्च माध्यमिक विद्यालय के रूप में क्रमोन्नत हुआ। वर्तमान में इस विद्यालय में कक्षा 1 से 12 तक की छात्र संख्या 247 है। विद्यालय भवन में 8 छोटे कमरे तथा 3 हॉल सहित कुल 11 कमरे हैं। इनमें से एक प्रधानाचार्य कक्ष व दूसरा कक्ष लिपिकिय कार्य के प्रयोग में लिया जाता है। ऐसे में शेष 9 कक्षा कक्षों में 12 कक्षाओं को बैठाना विद्यालय प्रशासन के लिए टेडी खीर बन जाता है। ऐसे हालात में 3 कक्षाओं को बरामदे में बैठा कर अध्ययन करवाना पड़ता है। इसके साथ ही अधिकाश कमरें अपर्याप्त साइज व जीर्ण-शीर्ण हालत में है। बारिश के समय छतों से पानी टपकता रहता है। इनका कहना हैं यह सही है कि पुराना भवन अपर्यात है। अतिरिक्त कमरों के निमार्ण के लिए भामाशाहों से प्रयास जारी है। श्रीराम खोजा, प्रधानाचार्य रा.उ.मा.वि.टूंकलिया