
swach Bharat mission
- नए पैरामीटर्स से होगा स्वच्छता सर्वेक्षण,राज्य सरकार करेगी कलक्टर्स का सम्मान
नागौर. राज्य सरकार ने स्वछता सर्वेक्षण 2018 से पहले सफाई की कमान निकाय प्रमुखों से लेकर जिला कलक्टरों को सौंप दी है। ऐसे में अब शहरों को साफ रखने की जिम्मेदारी अब एक तरह से कलक्टर की हो गई है। यह कमोबेश एक प्रकार से निकायों की विफलता की स्वीकारोक्ति है। पहले नगर परिषद आयुक्त स्वच्छता मिशन की मॉनीटरिंग करते थे लेकिन अब स्वच्छता मिशन की कमानकलक्टर के हाथों में दे दी गई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में बेहतर रैंकिंग पर कलक्टर को सम्मानित किया जाएगा, जबकि अब तक निकाय प्रमुख का सम्मान किया जाता था।
कलक्टर बनाएंगे रणनीति
राज्य सरकार द्वारा शहर को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी मिलने के बाद शहर को टॉप-10 में लाने की रणनीति कलक्टर की बनाएंगे। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार अपने स्तर पर 3 कलक्टरों को सम्मानित करेगी। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण नए पैरामीटर्स से होगा। सर्वेक्षण में जिला कलक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि स्वच्छता मामले में सरकार को निकायों से निराशा मिली है। अब स्वायत्त शासन विभाग ने कलक्टर को सर्वेक्षण की तैयारी के निर्देश दिए हैं।
पिछली बार मिली 384वीं रैंक
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2017 में नागौर 384वें स्थान पर रहा। देश भर में 434 शहरों में सर्वे किया गया था। हालांकि राजस्थान का एक भी शहर शीर्ष 100 में जगह नहीं बना पाया। वर्ष 2014 में शुरू किए गए स्वच्छता मिशन का उद्देश्य भारतीय शहरों को 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक स्वच्छ सुंदर व खुले में शौच से मुक्त करना है। गत वर्ष की रैंकिंग को देखते हुए जिला प्रशासन, नगर परिषद व आम लोगों को सफाई व्यवस्था में सुधार करने की जरुरत है।
सफल बनाएंगे मिशन
शहर की साफ-सफाई को लेकर पहले से ही कार्य करते रहे हैं। अब प्रभावी मॉनीटरिंग कर नगर परिषद व आम जन के सहयोग से स्वच्छता मिशन को सफल बनाएंगे।
कुमारपाल गौतम, कलक्टर, नागौर
प्रभावी होगी मॉनीटरिंग
साफ-सफाई नगर परिषद की पहली प्राथमिकता है लेकिन स्वच्छता मिशन की जिम्मेदारी कलक्टर को देने से प्रभावी मॉनीटरिंग होगी।
कृपाराम सोलंकी, सभापति, नगर परिषद,नागौर
साफ-सुथरा होगा शहर
स्वच्छता मिशन की जिम्मेदारी मिलने से कलक्टर के मार्गदर्शन में पहले से बेहतर काम होगा व शहर ज्यादा साफ-सुथरा होगा।
लालचंद खटीक,पार्षद
स्वच्छता मिशन में कलक्टर की मॉनीटरिंग होने से नगर परिषद अधिकारियों की भागीदारी पहले से बेहतर होगी। सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा।
बन्नाराम, किसान
रैंकिंग में होगाकलक्टर के हाथों में स्वच्छता मिशन की कमान
- नए पैरामीटर्स से होगा स्वच्छता सर्वेक्षण
-राज्य सरकार करेगी कलक्टर्स का सम्मान
नागौर. राज्य सरकार ने स्वछता सर्वेक्षण 2018 से पहले सफाई की कमान निकाय प्रमुखों से लेकर जिला कलक्टरों को सौंप दी है। ऐसे में अब शहरों को साफ रखने की जिम्मेदारी अब एक तरह से कलक्टर की हो गई है। यह कमोबेश एक प्रकार से निकायों की विफलता की स्वीकारोक्ति है। पहले नगर परिषद आयुक्त स्वच्छता मिशन की मॉनीटरिंग करते थे लेकिन अब स्वच्छता मिशन की कमानकलक्टर के हाथों में दे दी गई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में बेहतर रैंकिंग पर कलक्टर को सम्मानित किया जाएगा, जबकि अब तक निकाय प्रमुख का सम्मान किया जाता था।
कलक्टर बनाएंगे रणनीति
राज्य सरकार द्वारा शहर को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी मिलने के बाद शहर को टॉप-10 में लाने की रणनीति कलक्टर की बनाएंगे। जानकारी के अनुसार राज्य सरकार अपने स्तर पर 3 कलक्टरों को सम्मानित करेगी। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण नए पैरामीटर्स से होगा। सर्वेक्षण में जिला कलक्टर की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि स्वच्छता मामले में सरकार को निकायों से निराशा मिली है। अब स्वायत्त शासन विभाग ने कलक्टर को सर्वेक्षण की तैयारी के निर्देश दिए हैं।
पिछली बार मिली 384वीं रैंक
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे 2017 में नागौर 384वें स्थान पर रहा। देश भर में 434 शहरों में सर्वे किया गया था। हालांकि राजस्थान का एक भी शहर शीर्ष 100 में जगह नहीं बना पाया। वर्ष 2014 में शुरू किए गए स्वच्छता मिशन का उद्देश्य भारतीय शहरों को 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक स्वच्छ सुंदर व खुले में शौच से मुक्त करना है। गत वर्ष की रैंकिंग को देखते हुए जिला प्रशासन, नगर परिषद व आम लोगों को सफाई व्यवस्था में सुधार करने की जरुरत है।
सफल बनाएंगे मिशन
शहर की साफ-सफाई को लेकर पहले से ही कार्य करते रहे हैं। अब प्रभावी मॉनीटरिंग कर नगर परिषद व आम जन के सहयोग से स्वच्छता मिशन को सफल बनाएंगे।
कुमारपाल गौतम, कलक्टर, नागौर
प्रभावी होगी मॉनीटरिंग
साफ-सफाई नगर परिषद की पहली प्राथमिकता है लेकिन स्वच्छता मिशन की जिम्मेदारी कलक्टर को देने से प्रभावी मॉनीटरिंग होगी।
कृपाराम सोलंकी, सभापति, नगर परिषद,नागौर
साफ-सुथरा होगा शहर
स्वच्छता मिशन की जिम्मेदारी मिलने से कलक्टर के मार्गदर्शन में पहले से बेहतर काम होगा व शहर ज्यादा साफ-सुथरा होगा।
लालचंद खटीक,पार्षद
स्वच्छता मिशन में कलक्टर की मॉनीटरिंग होने से नगर परिषद अधिकारियों की भागीदारी पहले से बेहतर होगी। सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा।
बन्नाराम, किसान
रैंकिंग में होगा सुधार
नगर परिषद द्वारा जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतर ढंग से नहीं किए जाने पर अब यह जिम्मेदारी जिला कलक्टर को सौंपी गई है। इससे स्वच्छता रैंकिंग में सुधार होगा।
सुषमा, गृहिणी
सुधार
नगर परिषद द्वारा जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतर ढंग से नहीं किए जाने पर अब यह जिम्मेदारी जिला कलक्टर को सौंपी गई है। इससे स्वच्छता रैंकिंग में सुधार होगा।
सुषमा, गृहिणी
Published on:
26 Nov 2017 11:55 am
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