नागौर. शहर क्षेत्र में रविवार को बाजारों एवं आवासीय क्षेत्रों में एकत्रित हुए ढेरों को हटाए जाने के लिए नगरपरिषद की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि पूर्व में भी कई बार अधिकारियों के समक्ष यह मामला उठ चुका है कि रविवार के साथ ही अन्य सार्वजनिक अवकाशों के दौरान सफाई व्यवस्था को सुचारु बनाए जाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके बाद भी जिम्मेदारों की ओर से कोई विशेष कदम नहीं उठाए गए। इसके चलते स्थिति विकट होने लगी है। रविवार को आवासीय क्षेत्रों के साथ ही बाजारों की हुई पड़ताल में हर जगह गंदगी नजर आई। यह स्थिति तब है जबकि परिषद की ओर करोड़ों की राशि केवल ठेका सफाई एजेंसी के पेटे ही व्यय कर दी जाती है। इसके बाद भी शहर साफ-सुथरा नहीं हो पा रहा है।
पड़ताल में मिले ढेर
शहर में रविवार को भ्रमण के दौरान बीकानेर रेलवे फाटक के पास स्थित व्यास कॉलोनी से लेकर सघन बस्तियों में बंशीवाला क्षेत्र, कुम्हारी दरवाजा, खाई की गली, गांधी चौक, सदर बाजार, तिगरी, बरतन बाजार, पंसारी बाजार शिवबाड़ी एवं केन्द्रीय बस स्टैंड के नजदीक खत्रीपुरा आदि मोहल्लों में कचरे के ढेर लगे हुए मिले।
तीन से छह जोन, फिर भी नहीं सुधरी
नगरपरिषद की ओर से व्यवस्था को बनाए रखने के लिए तीन से छह जोन कर दिए जाने के साथ ही नई सफाई व्यवस्था को लागू करने का दावा किया गया था। नगरपरिषद ने नकास सफाई सर्किल, संजय सफाई सर्किल, माही दरवाजा सफाई सर्किल, राठौड़ी कुआ सफाई सर्किल, शिवबाड़ी सफाई सर्किल एवं दिल्ली दरवाजा सर्किल बनाए थे। तीन से छह जोन होने के बाद भी नगरपरिषद की ओर से कचरा का उठाव नहीं करा पाने के चलते शहर की हालत बिगड़ चुकी है।
शहर में नहीं नजर आते हैं डस्टबीन
शहर के प्रमुख स्थलों में पुराना हॉस्पिटल से लेकर अंतिम छोर यानि की केन्द्रीय बस स्टैंड अथवा बाजारों में डस्टबीन नजर नहीं आते हैं। शहरवासियों का मानना है कि डस्टबीन होने की स्थिति में लोग कम से कम कचरा इसमें डाल देते। जबकि परिषद की ओर से कहा गया था कि सूखा एवं गीला कचरा संग्रहण के लिए पात्रों को रखवाने के साथ ही इनका संग्रहण भी व्यवस्थात्मक तरीके से कराया जाएगा, लेकिन ऐसा अब तक नहीं हुआ।
हाल-ए-शहर
खाईं गली: बेहाल
सफाई व्यवस्था की स्थिति देखने के लिए खाईं गली पहुंचे तो यहां पर मुख्य मार्ग के दोनों ओर कचरे के ढेर लगे हुए मिले। खाईं की गली से सदर बाजार जाने वाले रास्ते पर महज 10 मीटर की दूरी पर तीन जगह कचरे के बड़े-बड़े ढेरों के साथ रास्ते में बिखरा कचरा मिला।
रामपोल: सडक़ पर ही कचरा
नकासगेट से किले की ढाल जाने वाले मार्ग पर 15 जगह कचरे के ढेर सडक़ किनारे लगे मिले। किले की ढाल से केवल 20 मीटर की दूरी पर मुख्य सडक़ का आधा हिस्सा कचरे के ढेरों से कवर्ड मिला। इसके आगे चलने पर गांधी चौक की हालत भी इसी तरह मिली।
इनका कहना है…
सफाई व्यवस्था सुचारु बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी कहीं समस्या है तो इसकी स्क्रीनिंग कराकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
रामरतन चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद