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दीपोत्सव से पहले ही बीमार तार व ट्रांसफार्मरों के इलाज में जुटा डिस्कॉम

Nagaur. दीपावली पर चाक-चौबंद व्यवस्था करने में जुटा डिस्कॉम- कई जगहों पर ओवरलोडेड हो चुके ट्रांसफार्मरों की जांच कर बदलने के मिले निर्देश- दीपावली पर बिजली की छीजत रोकने के लिए निगरानी करेगी विशेष टीम

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Nagaur patrika

Discoms engaged in the treatment of sick wires and transformers even before Deepotsav

नागौर. दीपावली पर बिजली की चाक-चौबंद व्यवस्था करने में डिस्कॉम जुट गया है। दीपोत्सव के दौरान बिजली गुल होने की स्थिति से बचने के लिए तैयारियां की जा रही है। बिजली के जीर्ण-शीर्ण एवं कटे-फटे तारों को बदलने ट्रांसफार्मरों की स्थिति जांची जा रही है। इसमें जिले के सभी जीएसएस की भी जांच की जा रही है। इसके लिए जिले के अधिशासी एवं सहायक अभियंताओं को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। सभी से कहा गया है कि दीपोत्सव के दौरान ओवरलोडेड वाली स्थिति नहीं होनी चाहिए। इस दौरान किन्हीं भी कारणों से होने वाली छीजत को रोकने के लिए भी हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए।
डिस्कॉम के अनुसार दीपोत्सव के मुख्य दिवस के दौरान सामान्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा बिजली की खपत होती है। ऐसे में कई बार तारों एवं ट्रांसफार्मरों में स्पार्किंग के मामले भी होते रहते हैं। इसकी रोकथाम के लिए जिले के अधिशासी अभियंताओं एवं सहायक अभियंताओं के साथ एक बैठक कर इस पर चर्चा कर ली गई है। चर्चा करने के दौरान सभी को सख्ती से चेताया गया है कि दीपोत्सव के दौरान कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। बिजली गुल होने की स्थिति में संबंधित जीएसएस के कर्मी एवं एफआरटी टीम को अविलंब ऐक्शन में आना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए।
खराब मिले तार-ट्रांसफार्मर बदलेंगे
डिस्कॉम के अनुसार शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सहायक अभियंतावार टीमें बनी हुई हैं। टीमों को तारों की जांच करने के साथ ही उनको 48 घंटे में बदलने के लिए कह गया है। इस दौरान ट्रांसफार्मरों की भी इस तरह से जांच करनी है कि उनके अंदर लगे उपकरण सही हैं कि नहीं, बार-बार खराब होने वाले ट्रांसफार्मरों को बदलने के लिए कहा गया है। इसके अलावा ट्रिपिंग या स्पार्किंग वाले क्षेत्रों में इसका चिह्निकरण करने के साथ ही उनका भी समाधान करने के लिए कहा गया है। मेनटेनेंस करने वाली टीमों को भी संबंधित स्थलों या क्षेत्रों की जानकारी दिए जाने के लिए सहयोग करने को कहा गया है। उच्चाधिकारियों की ओर से दिशा-निर्देश मिलने के साथ ही टीमें क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति वाले क्षेत्रों में इसकी जांच करने में जुट गई है। अधीक्षण अभियंता एफ. आर. मीणा ने कुचामन, मकराना, परबतसर, रियाबड़ी, खींवसर, जायल, डीडवाना, डेगाना, मूण्डवा एवं गोटन आदि क्षेत्र के सहायक अभियंताओं को खराब मिलने की स्थिति में तारों व ट्रांसफार्मरों को बदलने का कार्य करने के साथ ही इसकी रोजनामचा की तर्ज पर पूरी गतिविधियों की रिपोर्ट भी बनाने के लिए कहा है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि सर्वाधिक छीजत वाले क्षेत्रों में इसकी रोकथाम के लिए गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त टीमें लगाई जा सकती हैं, लेकिन इसकी भी पूरी रिपोर्ट बनानी होगी।
इन क्षेत्रों की हालत रहती है खराब: इस पर देना होगा ध्यान
शहर के तिगरी बाजार, गांधी चौक, सदर बाजार, सुगनसिंह सर्किल एवं इंदिरा कॉलोनी फीडर, बाठडिय़ा का चौक, नया दरवाजा आदि क्षेत्रों के न तो बिजली के ट्रांसफार्मरों की स्थिति अच्छी है, और न ही तारों की। इसकी वजह से यहां पर अक्सर गड़बडिय़ों के चलते बिजली गुल होती रहती है। तिगरी बाजार एवं मच्छियों का चौक आदि क्षेत्रों में तो कई जगहों पर बिजली के लटके हुए तारों की वजह से स्थिति बेहद खराब रहती है। अक्सर अर्थिंग में आई गड़बडिय़ों एवं तारों की स्पार्किंग के कारण करंंट फैलने का डर बना रहता है। विशेष बात यह है कि इसमें से तिगरी बाजार एवं मच्छियों का चौक एवं गांधी चौक क्षेत्र शहर के मुख्य बाजारों में शामिल है। ऐसे में यहां पर गड़बडिय़ां दुरुस्त नहीं होने की स्थिति में दीपोत्सव के दौरान रंग में भंग होने की आशंका व्यापारियों को अभी से सताने लगी है।
इनका कहना है..
दीपोत्सव से पूर्व ही विभाग की ओर से इसकी तैयारियां तेज कर दी गई है। तारों एवं ट्रांसफार्मरों की जांच के दिशा-निर्देश जिले सभी अधिशासी एवं सहायक अभियंतओं को दिए जा चुके हैं। जांच के दौरान स्थिति असंतोषजनक मिलने पर उनको त्वरित निस्तारिण के लिए भी कहा जा चुका है।
एफ. आर. मीणा, अधीक्षण अभियंता, अजमेर डिस्कॉम-नागौर