
सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों की नागौर अदालत में कराई जा रही पेशी पर उलझन अभी बनी हुई है।
एक्सपोज
संदीप पाण्डेय
नागौर. सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या के मामले में तिहाड़ जेल में बंद आरोपियों की नागौर अदालत में कराई जा रही पेशी पर उलझन अभी बनी हुई है। अदालती आदेश के बाद भी शूटर अक्षय उर्फ सचिन को दो बार नागौर की अदालत में पेश किया जा चुका है। 15 मार्च को इनकी फिर पेशी है। उन्हें बार-बार अनाश्यक रूप से पेश करने पर नागौर जेल की ओर से तिहाड़ के उच्च अधिकारियों को फिर पत्र भेजा गया है। देखना है कि इस बार भी इस पर अमल होता है या नहीं।
गत सितम्बर माह में सुपारी किलर संदीप उर्फ शेट्टी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गैंगस्टर दीपक उर्फ दीप्ति के साथ अक्षय उर्फ सचिन और अनूप दावा समेत चार आरोपी दिल्ली के तिहाड़ कारागार में बंद हैं। पूर्व में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इनकी सुनवाई के अदालती आदेश को नागौर जेल ने तिहाड़ कारागार के उच्च अधिकारियों को भिजवा दिए थे। बावजूद इसके दो अलग-अलग पेशी पर आरोपी नागौर लाए जा रहे हैं। दिल्ली के चार-पांच पुलिसकर्मियों के साथ ट्रेन से लाए जा रहे इन शूटरों पर हमले और गैंगवार की आशंका के चलते ही ये आदेश दिए गए थे। इसके बाद भी तिहाड़ जेल ने गंभीरता नहीं दिखाई। सूत्रों का कहना है कि नागौर जेल प्रशासन की ओर से फिर एक पत्र भेजा गया है, जिसमें कहा गया कि दीपक उर्फ दीप्ति समेत चारों आरोपियों की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही हो। अत्यावश्यक स्थिति में यदि उन्हें पेश करने की जरुरत हुई तो इस बाबत पूर्व में सूचित कर दिया जाएगा। बताया जाता है कि इस पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि गैंगवार की आशंका के चलते बार-बार उन्हें नागौर लाना-ले जाना किसी भी तरह से उचित नहीं है।
15 मार्च यानी बुधवार को फिर इनकी नागौर अदालत में पेशी है। गैंगस्टर दीपक उर्फ दीप्ति, अनूप दावा और अक्षय उर्फ सचिन की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी या उन्हें वहां से लाया जाएगा इस पर भी अभी उहापोह की स्थिति बनी हुई है।
भारी बंदोबस्त और खर्चा भी
सूत्रों का कहना है कि आरोपी एक आए या तीन, दिल्ली से ट्रेन में मेड़ता फिर पुलिस की गाडिय़ों के लवाजमे के साथ यहां पेशी के बाद फिर वापसी। इस पर भारी पुलिस बंदोबस्त के साथ होने वाला खर्चा तो है ही, साथ ही वहां से आ रहे इन शूटरों पर हमले की भी आशंका जताई जा रही है। वह इसलिए भी कि संदीप उर्फ शेट्टी गैंग के कई शातिर इसी टोह में हैं। बदला लेने की इस कड़ी में दो युवक तो नागौर के जेएलएन अस्पताल से ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
सुरक्षा का हवाला, हो चुके आदेश
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट इंदु उज्जवल के समक्ष इनकी शुरुताती पेशी के दौरान एडवोकेट महावीर विश्नोई ने सुरक्षा का हवाला देकर प्रार्थना पत्र सौंपा था। इसमें कहा गया था कि तिहाड़ में बंद दीपक उर्फ दीप्ति, अनूप दावा, अक्षय उर्फ सचिन समेत चार पर शेट्टी के साथी कभी भी हमला कर सकते हैं। तिहाड़ जेल से मिलीभगत कर इन आरोपियों को जबरन सुनवाई के लिए यहां भेजा जा रहा है ताकि उन पर हमला करवाया जा सके। गैंगवार की आशंका को देखते हुए सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो। इंदु उज्ज्वल ने उसी समय नागौर जेल को इस संबंध में निर्देश दे दिए थे और नागौर जेल ने तिहाड़ को भी सूचित कर दिया था। इसके बाद भी पेशी पर उनको भेजना जब गले नहीं उतरा तो फिर तिहाड़ जेल को लिखा गया है। एडवोकेट महावीर विश्नोई का कहना है कि भारी अपव्यय के साथ तिहाड़ जेल और वहां की पुलिस की मिलीभगत के चलते उनको बार-बार पेश किया जा रहा है।
नौ गिरफ्तार तो एक अब भी फरार
संदीप उर्फ शेट्टी की हत्या में नौ जनों को गिरफ्तार किया गया है, एक नाबालिग भी निरुद्ध है। दीपक उर्फ दीप्ति, अक्षय उर्फ सचिन, अनूप दावा, बजरंग लाल, सुनील उर्फ पण्डित, संदीप लाम्बा उर्फ गोलू, जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू, नवीन उर्फ नवीन सेठ, प्रवीण उर्फ पप्पल को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक किशोर को निरुद्ध किया गया। केशव उर्फ गोलू फरीदाबाद जेल से आना है तो अनिल उर्फ छोटिया फरार है।
Published on:
13 Mar 2023 09:53 pm
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