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प्रवासी सम्मलेन में अपनों से मिले तो खिले चहेरे

नागौर जिले के बड़ीखाटू कस्बे की दीपेश्वर गौशाला में बड़ीखाटू नागरिक परिषद की ओर से गुरुवार को प्रवासी सम्मलेन का आयोजन किया गया। पहली बार हुए इस आयोजन में बड़ीखाटू की प्रतिभाओं व प्रवासियों का सम्मान किया गया। सम्मलेन में 200 से ज्यादा प्रवासी शामिल हुए।

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सम्मेलन में शामिल हुए प्रवासी।

- बचपन की यादें हुई ताजा

- बड़ीखाटू में प्रथम प्रवासी सम्मलेन

नागौर जिले के बड़ीखाटू कस्बे की दीपेश्वर गौशाला में बड़ीखाटू नागरिक परिषद की ओर से गुरुवार को प्रवासी सम्मलेन का आयोजन किया गया। पहली बार हुए इस आयोजन में बड़ीखाटू की प्रतिभाओं व प्रवासियों का सम्मान किया गया। सम्मलेन में 200 से ज्यादा प्रवासी शामिल हुए। इस मौके पर पुराने मित्र मिले तो किसी ने बचपन की यादों को साझा किया।

प्रवासी रामवतार जाजू ने कहा कि हम जन्मस्थली को कभी नहीं भूला सकते हैं। बचपन के दिन इन्हीं पहाड़ों में बीते थे। उन्होंने कहा कि इस प्रवासी सम्मलेन से नई पीढ़ी का जुडाव होगा और गांव के प्रति बच्चों का लगाव रहेगा।

गौशाला के पूर्व अध्यक्ष प्रवासी तुलसीराम हेडा ने बताया कि बड़ीखाटू के प्रवासियों की आत्मीयता, स्नेह और संस्कृति के प्रति गहरी निष्ठा ने यह एहसास कराया कि अपने गांव व प्रदेश से सैकड़ों किलोमीटर दूर भले हो, लेकिन गांव की मिट्टी की महक और अपनापन कभी कम नहीं होता।

प्रवासी गांव से रखे लगाव

सम्मेलन में सांजू तहसीलदार राधिका चौधरी ने कहा कि प्रवासी नहीं हम सब गांव के निवासी है। सभी अपने गांव, जिला व राजस्थान के विकास में अपना अहम योगदान दें। बड़ीखाटू के विकास के लिए अपना समय दें और धरोहरों की मरमत करवाए गांव के प्रत्येक कार्य में अपना योगदान दे।

बड़ीखाटू विकास समिति के अध्यक्ष गिरधारी सिंह ने कहा कि प्रवासी सम्मेलनों से गांववासी और प्रवासियों के बीच सामंजस्य, समरसता और समानता स्थापित होती है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के उप निदेशक डॉ मुक्तियार अली ने कहा कि गाँव का वैभवशाली इतिहास, समृद्ध परंपरा और रीति-रिवाज को समझाने के लिए इस प्रकार के सम्मेलनों का आयोजन आवश्यक है, ताकि युवा पीढ़ी गांव आकर अपनी संस्कृति एवं संस्कारों से रूबरू हो सकें।

70 वर्ष पुराने सहपाठी मिले तो खिले उठे चेहरे

सम्मेलन में 85 वर्षीय सीताराम पालीवाल और लक्ष्मीनारायण पण्डित दोनों ने गले मिले और 70 वर्ष पहले के स्कूल के दिनों को याद किया। उन्होंने बताया इस सम्मलेन ने हमारा बचपन याद दिला दिया। समय के अनुसार सब बिछड़ते गए। जब अपने मिलते हैं तो बड़ी ख़ुशी होती है ।

ग्रामोत्सव में आकर अपने संस्कारों से जुड़े

सम्मेलन के मुख्य अतिथि राजस्थानी समाज बडौदा एवं आर्या व्रत ब्राह्मण समाज गुजरात प्रान्त के अध्यक्ष भंवरलाल गौड़ ने कहा कि प्रवासी सम्मलेन से गांव के लोगों के साथ जुड़ाव होता है बड़ीखाटू के विकास के लिए हम हमेशा तैयार रहेंगे। सरकारी सेवाओं और व्यवसाय के कारण जो लोग बाहर रहते हैं उन्हें इस प्रकार के ग्रामोत्सव में गांव आकर अपने संस्कारों से जुड़ने का मौका मिलता है।

यह रहे मौजूद

बड़ीखाटू नागरिक परिषद के अध्यक्ष अशोक टेलर ,व्यवसायी श्यामलाल हेडा हैदराबाद , शंकरलाल शर्मा विशाखापट्नम, कैलाशचन्द्र शर्मा सिकन्दराबाद , दीन दयाल आसोपा बेंगलुरू , लाल मोहम्मद लीलगर , ठेकेदार मुनीर अहमद सहित कई प्रवासी मौजूद रहे।