20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

VIDEO…कलश शोभायात्रा के साथ शुरू हुई भागवत कथा

कलश शोभायात्रा के साथ शुरू हुई भागवत कथा

2 min read
Google source verification
Nagaur news

Bhagwat Katha started with Kalash procession

नागौर. रामपोल सत्संग भवन में सोमवार को कलश शोभायात्रा के साथ भागवत कथा शुरू हुई। कलश शोभायात्रा सुबह करीब दस बजे महंत मुरलीराम महाराज के सानिध्य में बंशीवाला से शोभायात्रा रवाना हुई। शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए रामपोल सत्संग भवन पहुंची। शोभायात्रा में देवी-देवताओं की सजीव झांकियां आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इसके बाद विधि विधान से भागवत कथा की शुरुआत हुई। पहले दिन यानि की सोमवार को शुरू हुई भागवत कथा का वाचन करते हुए संत रामनिवास शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा के श्रवण करने मात्र से व्यक्ति जीवन मुक्त बन जाता है। भागवत मोह व भय का नाश करती है। कलयुग में मनुष्य कठिन तपस्या नहीं कर सकते हैं। इसलिए सहज भाव से भगवत भक्ति के लिए भागवत कथा ेको श्रवण का माध्यम बनाया है। ताकि मनुष्य के भय का नाश करने के साथ उसको आत्मिक-अध्यात्मिक ज्ञान की रोशनी मिल सके। इसे श्रवण कर व्यक्ति चिताओं से मुक्त हो जाता है। सत्संग करने से ही मनुष्य को विवेक की प्राप्ति होती है। इससे अच्छे एवं बुरे का ज्ञान होता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा से व्यक्ति ज्ञान एवं वैराग्य की वृद्धि होती है। धुंधकारी जैसे महा पापी का भी कल्याण भागवत कथा श्रवण से हुआ। इस दौरान संत श्रवणराम महाराज, साध्वी मोहनी बाई, नंदकिशोर बजाज, राजाराम चाण्डक, नंदलाल प्रजापत, मनोज प्रजापत, जितेन्द्र, गिरधारी गोदारा, दिनेश टाक, पंडित जोगराज शर्मा व कैलाश शर्मा आदि मौजूद थे।
बाजार को डरा रहे बिजली के टेढ़े-मेढ़े पोल
-शहर के सदर बाजार एवं दंाती बाजार आदि क्षेत्रों में बिजली के पोलों की स्थिति खराब
नागौर. शहर के कई क्षेत्रों में बिजली के टेढ़े-मेढ़ लगे पोल हादसे को आमंत्रण देते नजर आ रहे हैं। यह स्थिति एक नहीं, कई बिजली के पोलों की है। इसमें से कई पोल तो प्रमुख बाजारों में हैं। हालांकि स्थानीय स्तर पर लोगों की ओर से इन पोलों को व्यवस्थित कराए जाने के लिए ज्ञापन आदि दिए गए, लेकिन बताते हैं कि फिर भी विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों की नजरों में, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, नतीजतन इसके चलते कभी हालात बिगड़े तो फिर कौन जिम्मेदार होगा, सरीखे सवालों के जवाब भी जिम्मेदार अधिकारियों के पास नहीं हैं। यह हालत है नागौर शहर की। यह स्थिति तब है, जबकि जिला मुख्यालय होने के नाते यहां पर विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों की भारी-भरकम कार्यरत फौज तैनात रहती है। शहर के दांती बाजार, बांगानी गली से नया दरवाजा जाने वाले मार्ग पर, बंशीवाला मंदिर के पास के साथ ही सदर बाजार एवं अगल-बगल के क्षेत्रों में बिजली के पोलों स्थिति इतनी खराब है कि इनमें कुछ टेढ़े हो चुके हैं, और कुछ टेलीफोन के पोलों के सहारे टिके हुए हैं। स्थानीय बाशिंदों में किशोरचंद, रमेश, रामजीलाल, सुमेर आदि ने बताया कि इन बिजली के पोलों के जीर्ण-शीर्ण होने के कारण हर समय हादसे का डर बना रहता है।