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Nagaur. पारंपरिक परिधानों की दुकानों पर खरीदारों के बढ़ते शोर से दुकानदार प्रसन्न-शहर के सदर बाजार, तिगरी बाजार एवं गांधी चौक आदि क्षेत्र के बाजारों में बढ़ी चहल-पहल

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Increased activity in the markets of the city's Sadar Bazar, Tigri Bazar and Gandhi Chowk etc

नागौर. कोविड-19 की त्रासदी के बाद खुले बाजार में लंबे समय के बाद कपड़ा बाजार में चहल-पहल नजर आने लगी है। पारंपरिक परिधानों की दुकानों पर अब फिर से खरीदारों का शोर होने लगा है। बाजार में पारंपरिक परिधानों की करीब दो दर्जन से ज्यादा दुकानें हैं। दुकानदारों की माने तो इस बार अच्छा कारोबार होने की पूरी उम्मीद है। नवरात्र के साथ ही दशहरा, धनतेरस एवं दीवाली भी है। इसके बाद सावे शुरू हो जाएंगे। इन दिनों में खरीदारी भी खूब होती है। इसलिए बाजार में करोड़ों का व्यवसाय होने की पूरी उम्मीद है।
पारंपरिक परिधान बने पसंद
बाजार में पारंपरिक परिधानों की करीब दो दर्जन दुकानें हैं। इनमें साडिय़ां, लेंगिन, कुर्ती एवं सलवार सूट अभी भी महिलाओं व युवतियों की पसंद बने हुए हैं। शहर के तिगरी बाजार, मच्छियों का चौक, तहसील चौक एवं बरतन बाजार के पास के क्षेत्रों की दुकानों में दुकानदार दोपहर में ग्राहकों के साथ व्यस्त नजर आए। दुकानदारों की माने तो कपड़ों की दरों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आया है। अच्छी गुणवत्ता की कुर्तियां डिजाइनदार पांच सौ से लेकर ग्राहकों की पसंद तक के रेंज में उपलब्ध हैं। यही स्थिति बेडशीट व चादर तथा कंबल आदि की है। इनकी खरीदारी भी हो रही है। पर्वों को ध्यान में रखते हुए दुकानदारों ने इस बार पारंपरिक कपड़ों का ज्यादा स्टॉक मंगवाया है। ताकि ऐन मौके पर आया ग्राहक वापस न जा सके।
दुकानदारों ने इस बार बेहतर कारोबार की जताई उम्मीद
नवरात्र के पहले दिन से ही अच्छी शुरूआत हुई है। इस बार कोविड-19 की छाया भी नहीं है। अच्छी खरीदारी को ध्यान में रखते हुए स्टॉक की उपलब्धता का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसलिए बेहतर कारोबार होने की पूरी उम्मीद है।
राजेन्द्र असावा, दुकानदार
इस बार कारोबार काफी बेहतर होने की पूरी उम्मीद है। दुकान पर ग्राहकों की संख्या इस बार बढ़ी है। कपड़े भी अलग-अलग डिजाइनों के साथ ही दुकानों पर स्टॉक में रखे गए हैं। उम्मीद के अनुसार खरीदारी भी की जा रही है।
रामावतार राठी, दुकानदार
कोविड-19 की वजह कहिया या कुछ भी, लेकिन ऑनलाइन शापिंग बढऩे महिलाएं भी डिप्रेशन का शिकार होने लगी। बाजार में गुणवत्तापूर्ण कपड़ों की वेराइटीज उपलब्ध रहती है। ऐसे में ऑनलाइन शापिंग से परेशान महिलाएं अब खरीदारी के लिए बाजारों में पहुंचने लगी हैं।
कमल अग्रवाल, दुकानदार