नागौर. डिस्कॉम ने वित्तीय सत्र के निर्धारित लक्ष्य 85.47 करोड़ की अपेक्षा 85.48 कर लिए जाने के बाद राहत सांस ली है। वसूली का औसत 100.01 प्रतिशत रहा। अभियान के दौरान विभाग की ओर से रिकार्ड कनेक्शन काटे गए। केवल दो माह के अंतराल में ही 545 कनेक्शन उपभोक्ताओं के काट दिए गए। नगरपरिषद से भी कुल बकाया 475 करोड़ में से 154.7 लाख की वसूली की गई। वसूली अभियान पूरा होने के बाद भी विभाग की ओर से बकाएदारों के लिए आधा दर्जन से ज्यादा जोन बनाकर टीमवार वसूली कराई जा रही है। डिस्कॉम के अनुसार वसूली अभियान बकाएदारों से वसूली होने तक जारी रहेगा।
डिस्कॉम की ओर से गत दो माह से बकाएदारों के खिलाफ वसूली करने एवं कनेक्शन काटने का अभियान तेजी से चला रखा गया है। अधिकारियों का कहना है कि विभाग की ओर से नया शहर, इंदिरा कॉलोनी, व्यास कॉलोनी, काठडिय़ा का चौक, मूण्डवा रोड, दिल्ली दरवाजा सहित विभिन्न क्षेत्रों में क्षेत्रवार टीमें बनाकर भेजी गई। इसमें विभाग को काफी हद तक सफलता मिली है। क्षेत्रवार टीम बनाए जाने के चलते अवैध रूप से मिले कनेक्शनों को भी काटा गया।
जांच के साथ कनेक्शन भी काटे
डिस्कॉम के अनुसार अभियान के दौरान जांच में सामने आया कि बकाएदारों की ओर से तीन से चार माह तक के कई जगह भुगतान बकाया था। इसमें घरेलू एवं व्यवसायिक दोनो ही श्रेणी के उपभोक्ता शामिल रहे। इसके चलते घरेलू बकाया 295 लाख थे, लेकिन इसमें 195 लाख की वसूली कर ली गई। इसमें से कुछ उपभोक्ता मीटर खराब होने की शिकायत आदि को लेकर विवादित स्थिति में भी थे। इनका निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर कराया गया।
वसूली की स्थिति पर एक नजर (लाखों में)
श्रेणी बकाया वसूली
अघरेलू 195 168
रोडलाइट 475 154.7
सरकार ने राशि दी तो निपटा विवाद
नगरपरिषद पर कुल बकाया को लेकर डिस्कॉम ने बकाया लगातार बढऩे की स्थिति में स्ट्रीट लाइट कनेक्शनों को विच्छेद करने की चेतावनी दी थी। इसको लेकर डिस्कॉम एवं नगरपरिषद के अधिकारियों के बीच सात चक्रों में हुई वार्ता के पश्चात नगरपरिषद की ओर से 31 लाख की राशि दो किस्तों में जमा कराई गई, लेकिन बात इससे भी नहीं बनी। इसके बाद नगरपरिषद की ओर से उच्च स्तर पर अधिकारिक बातचीत के बाद सरकार की ओर से 123.70 लाख की राशि डिस्कॉम के खाते में जमा कराई गई। इसके बाद जाकर मामला थमा, और दोनो ही विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
इसकी जांच के लिए लगाई टीम
डिस्कॉम के अनुसार अभियान के दौरान बकाया जमा करने वालों के ही कनेक्शन जोड़े गए, लेकिन अभी भी कई उपभोक्ताओं ने राशि जमा नहीं कराई है। जिनके कनेक्शन कटे हैं। ऐसे में इनके कनेक्शनों पर निगरानी के लिए भी टीमें बनाई गई है। ताकि यह जुगाड़ कर कनेक्शन न जोड़ सकें। जांच के दौरान बकाया जमा नहीं करने वाले ऐसे उपभोक्ता बिजली का उपभोग करते मिले तो इनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना है…
बकाया वसूली अभियान का लक्ष्य तो प्राप्त कर लिया गया है, लेकिन बकाया जमा नहीं करने वाले कटे हुए कनेक्शनों की स्थिति पर निगरानी के लिए टीम बनाई गई है। ऐसे लोग जांच में बिजली का उपभोग करते मिले तो फिर उनको कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
कैलाश जैन, सहायक अभियंता, अजमेर डिस्कॉम-नागौर