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नागौर में अतिक्रमण के रण में संग्राम भीषण, आयुक्त व सभापति उलझे

राजस्थान के नागौर में नगर परिषद कर रही अतिक्रमण हटाने के नाम पर औपचारिकता,कलक्टर के निर्देश के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई।

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Nagaur News

nagar parishad nagaur not serious about removal of encroachment

नागौर. उच्च न्यायालय के आदेश व कलक्टर के निर्देश पर शहर से अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज औपचारिकता की जा रही है। नगर परिषद अतिक्रमण हटाने को लेकर योजना बनाने के बजाय इधर-उधर छोटे-छोटे अतिक्रमण हटाकर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने नगर परिषद आयुक्त को अतिक्रमण चिह्नित कर योजना बनाकर अतिक्रमियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दो माह पूर्व दिए थे, लेकिन नगर परिषद प्रशासन ने इसको लेकर कोई योजना नहीं बनाई जिसके चलते कार्रवाई के दौरान नगर परिषद की किरकरी हो रही है। गुरुवार को मानासर पर कार्रवाई के दौरान कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
छोटे बाद में, पहले बड़े हटाएं
जानकारी के अनुसार नगर परिषद दस्ता गुरुवार को मानासर तिराहा पर एक ढाबा हटाने पहुंचा लेकिन मालिक ने नगर परिषद द्वारा नियमन होने की बात कही। मालिक के विरोध के बीच मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। उधर, से गुजर रहे नगर परिषद सभापति कृपाराम सोलंकी भी वहां पहुंच गए। अतिक्रमी द्वारा उसके पास नियमन के दस्तावेज होने की जानकारी दिए जाने पर सोलंकी ने दस्ते को बाद में कार्रवाई करने के लिए कहा। इस दौरान मौके पर मौजूद नगर परिषद आयुक्त श्रवण चौधरी व सचिव नरेन्द्र बापेडिय़ा से उनकी बहस भी हुई। वहां मौजूद लोगों ने घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
खाली हाथ लौटे अधिकारी
वीडियो में सभापति सोलंकी के साथ आयुक्त श्रवण राम चौधरी व सचिव नरेंद्र बापेडिय़ा के बीच बहस हो रही है। सचिव द्वारा जिला कलक्टर व आयुक्त के आदेश पर अतिक्रमण हटाने की बात कहने पर सभापति कह रहे हैं कि छोटे अतिक्रमण तो बाद में भी हटाए जा सकते हैं, पहले बड़े अतिक्रमणों को हटाने में ध्यान देना चाहिए। घटनाक्रम के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ मौजूद जमा हो गई। इस दौरान नगर परिषद का जाप्ता भी मौजूद रहा, अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद अधिकारी बगैर अतिक्रमण हटाए खाली हाथ वापस लौट गए तथा उन्होंने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।
नोटिस देकर भूला प्रशासन
नागौर शहर में अंगोर व सरकारी भूमि पर किए गए सैकड़ों अतिक्रमणों को लेकर कलक्टर व तहसीलदार कोर्ट से आदेश के बावजूद नगर परिषद प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। नगर परिषद टीम कभी समस, कभी बड़ली, कभी मानासर तो कभी दूसरे अन्य स्थानों पर छोटी-छोटी कार्रवाई कर औपचारिकता कर रही है। हकीकत यह है कि शहर के तालाबों के अंगोर व सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर पूर्व में दिए गए नोटिसों को लेकर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे अतिक्रमियों का हौसला बुलंद होता है बल्कि कर्मचारियों की ऊर्जा भी व्यर्थ जाती है।

नहीं किया कार्रवाई का विरोध
मैंने अतिक्रमण हटाने का विरोध नहीं किया है। मालिक द्वारा नियमन होने की बात कहने पर मैंने एक बाार कार्रवाई टालकर बाद में कार्रवाई करने के लिए कहा था। शहर में बड़ी अतिक्रमण को लेकर एडीएम व सीईओ द्वारा की गई जांच के आधार पर पहले बड़े अतिक्रमण हटाने के लिए कहा है।
कृपाराम सोलंकी, सभापति, नगर परिषद नागौर

करवा रहे हैं सर्वे
शहर में अतिक्रमणों का सर्वे चल रहा है। मानासर चौराहा पर किसी दुकान को लेकर ट्रेफिक पुलिस की शिकायत थी, उसके चलते उसे सडक़ के दूसरी तरफ लगाने के लिए कहा गया था। दस्ते ने कोई अतिक्रमण नहीं तोड़ा है।
डॉ. अमित कुमार यादव (आईएएस), कार्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद, नागौर