सूत्र बताते हैं कि दिनदहाड़े बाइक चोरी हो रही हैं। कई बार एक-एक दिन में चार-चार बाइक ले गए। मामले दर्ज भी हो रहे हैं पर शातिर पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पा रहे। कई पीड़ित आए दिन पुलिस के पास पहुंचकर अपनी बाइक के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
बताया जाता है कि कुछेक मामलों को छोड़ दें तो अधिकांश में सीसीटीवी फुटेज में शातिर ले जाते हुए दिख भी रहे हैं पर उनको पकड़ पाना मुश्किल सा हो रहा है।
चुराने वाले की तलाश मुश्किल
सूत्रों का कहना है कि बाइक चुराने वाले की तलाश करना मुश्किल है। नफरी पहले से ही कम है, ऐसे में केवल बाइक चोरी की वारदात को खोलने के लिए पुलिसकर्मी को और भी काम रहते हैं। इससे इन शातिरों को पकड़ने मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के कुछ समय बाद अधिकांश गाड़ी का क्लेम उठा लेते हैं। फिर बाइक मिल भी जाए, उससे मतलब नहीं रखते। ऐसी बहुत सी बाइक थाने में पड़े-पड़े कबाड़ हो रही है।
चंद मिनट में खेल
बाइक चोर बाजार अथवा सूनसान इलाके में खड़ी बाइक को निशाना बनाते हैं। कई बार रेकी करते हैं तो कई बार सामने बाइक खड़ी कर आसपास जाने वाले व्यक्ति को ही निशाना बना लेते हैं। संबंधित व्यक्ति किसी काम से जाता है और ये पीछे दो-चार मिनट में ही खेलकर बाइक ले उड़ते हैं। देर रात घर के भीतर व बाहर से बाइक चोरी की वारदात बहुत कम होती है।