
Now there will be a fee on deposit and withdrawal of amount in IPPB
नागौर. अन्य बैंकों की तर्ज पर अब इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक में जमा एवं निकासी पर इस माह से शुल्क लगा दिए हैं। इससे अकेले नागौर जिले में ही करीब पचास हजार से ज्यादा खातधारक सीधा प्रभावित होंगे। बता दें कि इससे पहले इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने विगत एक अगस्त में डोरस्टेप बैंकिंग चार्ज की नई दरें लागू किया था। इसके लिए प्रति कस्टमर 20 रुपये का चार्ज निर्धारित किया गया था। पूर्व में यह सुविधा भी शुल्क रहित थी। इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक अब भी दूसरे बैंकों की तरह खाताधारकों से जमा एवं निकासी के एवज में शुल्क वसूलने वालों की फेरहिस्त में शामिल हो गया है। हालांकि पहले आईपीपीबी खोला गया तो अधिकारियों ने दावा किया था कि यह सुविधा ग्रामीणों तक एक सिरे से लेकर दूसरे तक पहुंचने का एक कदम है। अब आईपीपीबी खुलने के महज डेढ़ से दो साल के अंतराल में कइयों ने अपने खाते और बैंकों की तर्ज पर जमा व निकासी भी शुरू हो गई। डाक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के अकाउंट होल्डर्स को एक लिमिट से कैश निकालने और डिपॉजिट करने पर चार्ज देना होगा। यह नियम 1 जनवरी से लागू हो गया है। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के मुताबिक बेसिक सेविंग्स अकाउंट से हर महीने चार बार कैश निकालना फ्री है, लेकिन इसके बाद हर निकासी पर कम से कम 25 रुपये रुपये देने होंगे। हालांकि बेसिक सेविंग्स अकाउंट पर पैसे जमा करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। बेसिक सेविंग अकाउंट के अलावा सेविंग और करंट अकाउंट में महीने में 10,000 रुपये जमा करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा, मगर इस लिमिट से ज्यादा डिपॉजिट करने पर कम से कम 25 रुपये का चार्ज लगेगा। बेसिक सेविंग अकाउंट के अलावा दूसरे सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट से हर महीने 25,000 रुपये निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। हालांकि फ्री लिमिट के बाद हर बार पैसे निकालने पर कम से कम 25 रुपये चार्ज देना होगा।
इनको होगा फायदा
विभागीय जानकारों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्यत: बड़ी राशि की निकासी करने वालों की संख्या बेहद कम रहती है। गांवों में निकासी तो होती है, लेकिन शहर की तरह वहां पर निकासी करने के आंकड़े भी बेहद नगण्य रहते हैं। ऐसे में इसके दायरे में सामान्य ग्रामीण जनता नहीं आएगी। यह प्रावधान बड़ी निकासी करने के साथ ही निर्धारित संख्या एवं लिमिट से अधिक करने पर ही प्रभावी होंगे। इसके साथ ही आईपीपीबी में मनरेगा में मृत हुए कई खातों को भी जोडऩे के साथ उनको सक्रिय करने के लिए विभाग की ओर से अभियान भी चला था। इसलिए इन प्रावधानों के दायरे में केवल व्यवसायी स्तर के व्यापारिक कामकाज करने वाले ही आएंगे, लेकिन इसके बाद भी लागू दरें अन्य बैंकों की अपेक्षा बेहद रियायती दर होने से लोगों के हित इससे प्रभावित नहीं होंगे।
इनका कहना है...
आईपीपीबी में जमा एवं निकासी पर अन्य बैंकों की तर्ज पर रियायती चार्ज ही लगाए गए हैं। इसके दिशा-निर्देश आ चुके हैं। सामान्य खाताधारकों के इससे कोई हित प्रभावित नहीं होंगे।
रामलाल मूण्ड, जिला डाक अधीक्षक नागौर डाकघर
Published on:
17 Jan 2022 09:33 pm
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