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नागौर

नागौर में यूं आई सावन की पहली बौछार

नागौर Nagaur जिले में लम्बे इंतजार के बाद शुक्रवार रात को जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश (Rain in Nagaur) हुई। करीब चार-पांच घंटे तक हुई कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश से एक ओर जहां खाले पड़े नाडी-तालाबों में पानी आया है, वहीं बारिश से किसानों (Farmers) के चेहरे भी खिल गए हैं।

नागौरJul 27, 2019 / 07:53 pm

Rudresh Sharma

rain water

rain in nagaur

Nagaur Latest Hindi News : नागौर. नागौर जिले के रियां बड़ी तहसील क्षेत्र में एक ही दिन में शुक्रवार रात को साढ़े पांच इंच यानी 142 एमएम बारिश हुई। इसी प्रकार मेड़ता सिटी (Merta City) में 130 एमएम बारिश हुई है। नागौर व मूण्डवा तहसील में इस सीजन में पहली बार अच्छी बारिश हुई है। नागौर में 26 जुलाई सुबह आठ बजे तक तक जहां मात्र 17 एमएम बारिश हुई थी, वहां शुक्रवार को एक ही दिन में 25 एमएम बारिश हो गई। मूण्डवा (Mundwa) तहसील में अब तक 85 एमएम बारिश 26 जुलाई तक रिकॉर्ड की गई, वहीं रात को 58 एमएम बारिश हो गई। इसी प्रकार जायल (Jayal) में पांच एमएम, डेगाना (Degana) में 10 एमएम, लाडनूं (Ladnun) में तीन एमएम बारिश हुई है।
स्‍कूलोंं में पहुंचना हुआ मुश्किल

पादूकलां. कस्बे सहित आसपास के सरकारी स्कूल जर्जर हालत में होने से बच्चे बाहर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। इन सरकारी स्कूलों की हालत देखकर शिक्षकों के पसीने छूट रहे है तो बच्चे सहमे हुए है कि न जाने कब हादसा हो जाए पता नहीं चलता है। कई सरकारी स्कूलों में कक्षा कक्ष की छत से पानी टपक रहा है तो कई स्कूलों में पानी निकासी नहीं होने से परिसर में पानी भर चुका है। बारिश के मौसम में आधे सरकारी स्कूलों में छत से पानी टपकने व परिसर में पानी जमा होने से बच्चें पढ़ाई तो कम पानी निकासी में लग जाते है।
टपक रही कक्षा कक्षों की छतेंं

तो कई में बच्चें बाहर बैठ जाते है जिससे पढ़ाई नहीं हो पाती है। ऐसे ही पादूकलां कस्बे के सरकारी स्कूल में पानी निकासी नहीं होने से बच्चों के आने जाने में भारी परेशानी हो गई है। वहीं नथावडा के सरकारी स्कूल में कक्षा कक्ष की पहले से ही कमी है ओर भवन जर्जर हालत में होने से बच्चे बाहर बरामदे में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। ऐसे ही हालत बिखरनियाकला के सरकारी स्कूल का हाल है जहां कमरों के अंदर तक बारिश का पानी भर जाता है। साथ ही बाहर बरामदे में भी तालाब जैसे हाल हो जाते है जिससे बच्चे पढ़ाई छोड़कर बाल्टियों से पानी निकासी में लग जाते है। कई बच्चे तो डर के चलते स्कूल तक नहीं आते है। ऐसे ही कई और सरकारी स्कूलों के हालत है जहां बद से बदतर हालत है।
शहर के कई रास्‍तों पर भरा पानी

मेडता शहर में हुई पहली भारी बरसात के बाद शहर पानी पानी हो गया और शहर के निचली कॉलोनियां पानी में डूबी पड़ी है घरों में गलियों में 3-4 फुट पानी पड़ा है। गौरतलब है रात लगभग डेढ़ बजे तेज बरसात शुरू हुई जो 5.30 बजे तक अनवरत चलती रही उसके बाद बरसात ने रिमझिम बरसात का रूप ले लिया जो 8 बजे तक चलती रही 5 इंच हुई इस बरसात के चलते शहर के अग्रवाल कॉलेज उसके सामने आई कॉलोनियों में और घरों में पानी घुसा जो खबर लिखने तक जमा हुआ था स्थानीय निवासियों का कहना था ये पानी घूमकर वापिस यहॉ आ रहा है जिसकी निकासी नही हुई तथा और बरसात हुई तो सम्भालना मुश्किल हो जाएगा। यहां हालात जेतारण चौकी के आसपास के है जहां जल निकासी के मार्ग को अवरुद्ध करने पर कॉलोनीया भी डूब क्षेत्र में आ गई जिससे लोगो मे आक्रोश है । लोगो ने कहा कि जलनिकासी न होने पर जनाक्रोश को प्रशासन को भुगतना पड़ेगा ।

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