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रामायण पठन से जीवन सुधर जाता है

locationनागौरPublished: Jul 22, 2021 09:06:22 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

Nagaur. रामपोल सत्संग भवन में चल रहे कार्यक्रम में रामायण श्रवण करने की समझाई महत्ता

Reading Ramayana improves life

Nagaur. Rampol celebrating Ram’s birth anniversary at Satsang Bhawan

नागौर. रामपोल सत्संग भवन में चल रहे चातुर्मास में चल रहे प्रवचन कार्यक्रम में कथावाचक संत रमताराम महाराज ने कहा कि रामायण स्वर्ग की सीढ़ी है। इस सीढ़ी पर चढकऱ व्यक्ति स्वर्ग में जा सकता है। रामायण मोह रूपी अंधकार को दूर करने के लिए सूर्य के समान है। काम अग्नि को नष्ट करने के लिए शीतल जल के समान है। यह रामायण कामधेनु गाय के समान है। जो सेवा करने वालों को उचित फल प्रदान करती है। राम से प्रेम करने वाला संसार में बड़भागी है। यह सुंदर चंद्रमा की किरण के समान है। रामकथा को समर्पित भाव से श्रावण करने वाले को धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो रामायण पठन करता है। उस व्यक्ति की दरिद्रता समाप्त हो जाती है। इस दौरान राम जन्म उत्सव मनाया गया। उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने श्री वाल्मीकि रामायण द्वारा लिखी गई संस्कृत रामायण को बिल्कुल सरल भाषा में परिभाषित किया। इसी कारण इतने बड़े ग्रंथ को हम समझ पा रहे हैं। रामापण का पाठ एवं इसका श्रवण करना सभी के लिए बेहद जरूरी है। यह राम नाम के गूढ़ रहस्य को समझाने के साथ ही जीवन जीने की कला जीवन शैली को अच्छे सही ढंग से परिभाषित करने का कार्य करती है। कार्यक्रम में बाल संत रामगोपाल महाराज, नंदलाल प्रजापत, कांतिलाल कंसारा, ललित कुमार कंसारा, राम अवतार शर्मा आदि थे।
शिक्षक संघ युवा ने सौपा ज्ञापन
नागौर. राजस्थान शिक्षक संघ युवा के प्रांतीय आह्वान पर मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को संबोधित ज्ञापन कलक्टर को दिया। ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि सरकार द्वारा अपने कार्यकाल में सभी कैडर के कर्मचारियों को कई बार स्थानांतरण का मौका दिया है परंतु संघ द्वारा बार-बार ध्यानाकर्षण करवाने के बावजूद भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु कोई ठोस कदम अभी तक नहीं उठाए गए हैं। नए शिक्षा नियमों के तहत सेकेंडरी हेड मास्टर के पद को समाप्त कर वाइस प्रिंसिपल का जो नया पद सृजित किया है उस पद पर पूर्णरूपेण पदोन्नति के फैसले से हजारों हुनर बंद शिक्षकों के हितों पर कुठाराघात हुआ है। पूर्व में सेकेंडरी हेड मास्टर सीधी भर्ती की भांति अगर उपाचार्य एवं प्राचार्य के पदों को 50 प्रतिशत सीधी भर्ती से भरा जाता है तो युवा काबिल शिक्षकों के हौसलों को नई ऊर्जा प्राप्त होगी । इसमें जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र जाजङा, राजस्थान शिक्षक संघ युवा के प्रदेश प्रतिनिधि विधाधर थोरी, जिला उपाध्यक्ष रामनारायण गोदारा, लॉक अध्यक्ष रूपाराम बेनीवाल ,हनुमानसहाय मीना ,महेश कुमावत , कप्तानसिह सुभाषचंद्र रतनसिह ,गुरूसेवक ,मुकेश यादव आदि थे।
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