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मनमर्जी से कर रहे काम, रुडिप का नहीं कोई ‘धणी’, लोगों के जी का जंजाल बनी सीवरेज लाइन

शहर में 5 साल से चल रहा रुडिप का सीवरेज का कार्य शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन गया है, कनेक्शन हुए नहीं बंद कर दी नालियां, लोगों ने किया विरोध।

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Nagaur News

Ruidp project work in nagaur

नागौर. शहर में पिछले पांच साल से चल रहा रुडिप का सीवरेज का कार्य शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन गया है। सीवरेज लाइन डालने के लिए सारा खोदने के बाद भी रुडिप किसी एक भी वार्ड में पूरी तरह से प्रोपर्टी कनेक्शन नहीं करवा पाई है। दो साल देरी से चल रहे सीवरेज के काम में एक साल तक प्रोपर्टी कनेक्शन कर पाना संभव नहीं लगता। आलम यह है कि एक, दो व तीन नम्बर वार्ड में सीवरेज चालू होने का दावा करने वाले रुडिप अधिकारी किसी एक भी वार्ड में काम पूरा नहीं कर पाए।
कनेक्शन से पहले नालियां बंद
शहर के वार्ड संख्या दो के इंदिरा कॉलोनी में शनिवार को लोगों ने सीवरेज लाइन बिछाने के लिए प्रोपर्टी कनेक्शन करने से पहले ही घरों से नालियों के जरिए हो रही गंदे पानी की निकासी बंद करने पर एतराज जताया। कॉलोनी के संजय गहलोत, राघवेन्द्र पुरोहित, महेन्द्र सिंह चौधरी आदि का कहना है कि सीवरेज बिछाने, चेम्बर बनाने व प्रोपर्टी कनेक्शन करने में कई महीने लग जाएंगे, ऐसे में घरों का गंदा पानी कहां जाएगा। गणेश चौक में ठेकेदार बिना लेवल लिए लाइन डाल रहा है, जिससे भविष्य में चॉक होने की संभावना रहेगी।
मनमर्जी से हो रहा काम
शांति देवी, गोविंद राम, कलावती पुरोहित का कहना है कि वार्ड में अनेक स्थानों पर अनुभवहीन ठेकेदारों द्वारा किए जा रहे कनेक्शन में भारी लापरवाही सामने आई है। घरों से सीवरेज चैम्बर तक प्रोपर्टी कनेक्शन की पाइप लाइन जमीन के भीतर होनी चाहिए लेकिन ऐसे स्थानों पर पाइप लाइन सडक़ के ऊपर ही डाल दी। वहीं कहीं तो चैम्बर की मुख्य लाइन ही महज एक फीट अंदर तक डाली गई है। कई जगहों पर आड़ी-तिरछी तो कहीं पर ज्वाइंट के रूप में मनमर्जी से लाइन डाली गई है। आधी-अधूरी लाइन डालने से गंदा पानी घरों में जाएगा।
श्रमिकों को नहीं मिली मजूदरी
इंदिरा कॉलोनी में काम कर रहे मध्यप्रदेश से आए श्रमिकों का आरोप है उनको मजदूरी नहीं मिली है। खाने-पीने व रहने तक का ठिकाना नहीं है। ठेकेदार से पैसे के लिए कहते हैं तो वो कहते हैं कि चले जाओ, पैसे नहीं है। वापस जाने के लिए भाड़ा तक नहीं है। मजदूरों का कहना है कि वे 25 महिला व पुरूष यहां मजदूरी करने आए। उनको काम तो मिला लेकिन मजदूरी के नाम पर कुछ नहीं मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नागौर शहर में सीवरेज कार्य एक नजर में
5 साल से चल रहा है सीवरेज का काम
8 बार बढ़ चुकी है कार्य पूर्णता की अवधि
50 करोड़ से ज्यादा होंगे प्रोजेक्ट पर खर्च
100 किमी लम्बी है पूरी सीवरेज लाइन
500 रुपए तय है प्रोपर्टी कनेक्शन का शुल्क
70 किमी ये ज्यादा होंगे प्रोपर्टी कनेक्शन
1 जगह पर बनाया गया है एसटीपी
2 स्थानों पर तैयार किए गए हैं आईपीएस
7 हजार परिवारों को मिलेगा फायदा
10 एक्सईएन बदल गए गत 5 साल में