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नागौर में गरीबों की रसोई होगी आधुनिक, रास्ता होगा चौड़ा

पुराना अस्पताल परिसर में साईं सेवा समिति की ओर से संचालित रसोई का होगा पुनर्निर्माण, रसोई में जरूरतमंदों को वर्ष भर नि:शुल्क मिलता है घर जैसा गर्म खाना

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नागौर. जिला मुख्यालय पर जरूरतमंदों को दो समय का नि:शुल्क भोजन कराने वाली साईं सेवा समिति की रसोई का अब कायाकल्प होगा। बीकानेर रेलवे फाटक पर बने आरओबी के बाद रसोई के पास सर्विस रोड संकरी रहने के कारण अब रसोई के भवन को तोडकऱ पहले रास्ता चौड़ा किया जाएगा तथा बाद में रसोई को आगे विस्तार देकर आधुनिक बनाया जाएगा, जिसमें भोजन करने वाले जरूरतमंद किसी होटल में भोजन करने का अहसास करेंगे।

गौरतलब है कि ओवरब्रिज बनने के बाद सर्विस रोड को चौड़ा करने के लिए जिला कलक्टर ने साईं सेवा समिति के अध्यक्ष परमाराम जाखड़ सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक कर प्रस्ताव रखा, जिस पर समिति पदाधिकारियों ने कहा कि यदि उन्हें जमीन के बदले जमीन मिल जाए तो वे दूसरा भवन अपने स्तर पर बनवा लेंगे। इस पर कलक्टर ने पीएमओ को निर्देश देकर जितनी जमीन सडक़ में जाएगी, उतनी अस्पताल परिसर से रसोई के आगे देने के निर्देश दिए। इसके बाद पीएमओ ने समिति को अनुमति जारी कर दी। अब समिति की ओर से पुराने भवन को तुड़वाया जा रहा है, ताकि सडक़ के लिए करीब 10 फीट जगह छोड़ी जा सके। अध्यक्ष जाखड़ ने बताया कि पुराना भवन दानदाता सोनी परिवार ने बनवाया था, सोनी परिवार के देवकिशन सोनी ने फिर से भवन का ढांचा बनवाने की सहमति दी है। इसके बाद फर्नीचर सहित अन्य कार्य समिति अपनी जमा पूंजी से करवाकर रसोई को आधुनिक सुविधाओं से युक्त करेगी।

गौरतलब है कि करीब ढाई दशक पूर्व कम्पाउण्डरउगमाराम गुर्जर, रामबख्स व हीरालाल सोनी ने मिलकर प्यासे लोगों को पानी पिलाने का बीड़ा उठाया था। पुराना अस्पताल में उनकी एक छोटी सी पहल पर शुरू किया गया कार्य आज सेवा का पर्याय बन गया। समिति को दानदाताओं का अच्छा सहयोग मिला तो उन्होंने पानी के साथ भोजन कराना शुरू कर दिया। आज यहां रोजाना डेढ़ सौ से 200 लोग नि:शुल्क भोजन करते हैं। खास बात यह है कि समिति में कभी राशन सामग्री की कमी नहीं पड़ी।

आम लोगों का भी सहयोग

यहां आने वाले मरीजों, जरूरतमंद, बेसहारा लोगों व साधु-संतों के लिए दोनों समय भोजन की व्यवस्था रहती है। नि:स्वार्थ भाव से किए जा रहे इस पुण्य कार्य में शहरवासियों का भी सहयोग रहता है। कुछ लोग घर से खाना बनाकर लाते हैं तो कुछ सेवा भावी लोग अपने सामथ्र्य के अनुसार एक-दो दिन या एक-दो समय के भोजन के लिए राशि भी देते हैं। पिछले पन्द्रह-20 साल में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन पिछले 10 साल से कभी भी यहां सामग्री की कमी नहीं रही।

जरूरतमंदों की सेवा ही ध्येय

समय के साथ समिति के कार्य की जानकारी मिली तो लोगों ने अच्छा सहयोग करना शुरू कर दिया। पहले कागज पर खाना देते थे, अब प्लेट व थाली में खाना दिया जा रहा है। समिति की ऑडिट होती है व परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। दो समय के भोजन में दाल व सब्जी, चावल व लापसी तथा घी लगी रोटी दी जाती है। समय-समय पर लोग शादी समारोह व अन्य आयोजनों पर मिठाई भी भेज देते हैं।

रसोई का बनाएंगे आधुनिक

साईं सेवा समिति की ओर से पुराना अस्पताल परिसर में संचालित रसोई का भवन सडक़चौड़ी करने के कारण तोड़ा जा रहा है। जितनी जमीन सडक़ में जाएगी, उतनी रसोई के आगे देने की सहमति अस्पताल प्रबंधन ने दे दी है। अब हम दानदाता के सहयोग से रसोई का नया भवन बनाकर आधुनिक सुविधाएं विकसित करेंगे।

- परमाराम जाखड़, अध्यक्ष, साईं सेवा समिति, नागौर