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डकैती की साजिश रचने वाले दो बदमाश एटीएम उखाडऩे की वारदात में भी शामिल

डकैती की साजिश रचने वाले सभी आरोपियों को जेल भेजा

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पुलिस टीम से अभद्र व्यवहार

पुलिस टीम से अभद्र व्यवहार

नागौर. डकैती की साजिश रचते जिन पांच बदमाशों को कोतवाली थाना पुलिस ने गत गुरुवार की देर रात गिरफ्तार किया था, उनमें से दो कुछ दिन पहले अपने साथियों के साथ एटीएम उखाडक़र ले गए थे, उसमें करीब पंद्रह लाख थे। इनके दो साथी सोमवार को बिलाड़ा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किए थे तब जाकर यह खुलासा हुआ। सूत्रों के अनुसार 24 जून की रात दो-ढाई बजे भावी गांव एटीएम उखाडऩे की वारदात में भी पांच बदमाश शामिल थे। ओलवी निवासी बीरबलराम उर्फ अक्षय चाहर व राकेश भील को बिलाड़ा थाना पुलिस ने सोमवार की रात गिरफ्तार किया। वारदात में शामिल अन्य तीन में से दो उम्मेदाराम पुत्र गणपतराम जाट, डीडवाना के पास जैसला निवासी धर्मेन्द्रसिंह हैं जो चार-पांच दिन पहले कोतवाली पुलिस ने मेला मैदान में डकैती की साजिश रचते पकड़े थे। एटीएम उखाडऩे में पांचवा आरोपी लादूराम है जिसकी भी तलाश की जा रही है।


गत 24 जून की रात दो-ढाई बजे भावी गांव में ये पांचों यूको बैंक का एटीएम उखाडकऱ एसयूवी में डालकर ले गए थे। एटीएम में 15.22 लाख 500 रुपए थे। सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी पहलूओं से मिले सुराग के आधार पर कई संदिग्धों से पूछताछ की गई। इन पांचों को नामजद किया गया था।


दीपक सोनी समेत छह को भेजा जेल

डकैती की साजिश रचते गुरुवार को कोतवाली थाना पुलिस ने सुभाष (38) पुत्र हरिकिशन निवासी ईन्नाणा हाल अरावली वन विभाग के पीछे नागौर, पवन बेनीवाल (25) पुत्र निम्बाराम निवासी बरणगांव, दिनेश (25) पुत्र निम्बाराम निवासी बरणगांव थाना सदर नागौर, धर्मेन्द्र (२६)पुत्र ईश्वरसिंह निवासी जैसलान थाना जसवतगढ नागौर और.उम्मेदराम (22) पुत्र गणपतराम निवासी तिलवासनी थाना पीपाड़ सिटी जिला जोधपुर को गिरफ्तार किया था। उसके बाद इनको चार दिन के रिमाण्ड पर लिया गया। पूछताछ के बाद इनके मास्टर माइण्ड दीपक सोनी को भी देसी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। पहले पांचों बदमाशों से पुलिस ने दो देसी पिस्टल मय 13 जिंदा कारतूस व दो मोटरसाइकिल जब्त की थी। मामला पुलिस थाना कोतवाली में दर्ज किया गया जबकि अनुसंधान सदर थानाधिकारी को सौंपा गया था। मंगलवार को इन सभी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया।

जेल में सम्पर्क, फिर बनाई गैंग और रची साजिश
गिरफ्तार आरोपी पहले से परिचित हैं। बोरूंदा थाने में दर्ज एक मामले में राकेश भील को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया गया था, जहां उसका सम्पर्क धर्मेन्द्रसिंह से हुआ था। बीरबल ने लादूराम जाट से और राकेश ने उम्मेदाराम को मिलाया था। फिर गैंग बनी। मौज-मस्ती व ऐश का जीवन जीने के कारण सभी पर कर्जा हो गया था। ऐशो आराम व कर्जा चुकाने के लिए एटीएम लूट की साजिश रची थी।

लादूराम की एसयूवी व राकेश की बाइक से बिलाड़ा व आस-पास के एटीएम की रैकी की थी। राकेश का ससुराल और बीरबल का गांव भावी के पास है। इसलिए यूको बैंक के एटीएम की 15 दिन पहले से रैकी शुरू की गई थी। एटीएम में रुपए डालने से लेकर आने-जाने वालों पर नजर रखी थी।