– तीन घंटे भूखे-प्यासे बैठाएं रखा, बोले- हमें पता ही नहीं क्यों लाया गया
नागदा। खाचरौद के पुराना बस स्टैंड पर सोमवार को आयोजित किए गए हितग्राही सम्मेलन के लिए हितग्राही कम पड़ गए तो जिम्मेदार स्कूलों से बच्चे ले आएं। इस शिविर में ले जाने के कारण से बच्चों तो ठीक उनके अभिभावक तक अनजान थे। शिविर निर्धारित समय से लगभग एक घंटा देरी से शुरू हुआ, लेकिन बच्चों को एक घंटा पहले ही बुला लिया गया। इस वजह से तीन घंटे छात्र-छात्राएं भूखे-प्यासे ही रहें। शिविर में सभी विभागों की स्टॉले लगाई गई थी। इन स्टॉलों पर अधिक आम लोगों को बुलाकर शासन की योजनाओं से रुबरू कराना व उन्हें योजना का लाभ प्रदान करना। कार्यक्रम की बागडोर नगर पालिका के हाथों में थी, लेकिन निकाय के जिम्मेदार सम्मेलन का व्यापक प्रचार-प्रसार करने में नाकाम रहें। यही वजह रही कि कार्यक्रम की सफलता के लिए जिम्मेदारों को परीक्षा जैसे समय में स्कूली बच्चों को शिविर में ले जाना पड़ा। मामले में नगर पालिका के प्रभारी सीएमओ बीएल पाटीदार व एसडीएम नेहा साहू बात करने से बचतें रहें। वहीं स्कूल प्रबंधकों ने भी प्रशासन की मनमानी को स्वीकार करते हुए सिर्फ इतना कहा कि उनके पास शिक्षा विभाग से फोन आया था तो उन्हें बच्चों को भेजना पड़ा। परीक्षा के दौर में बच्चों को ले जाना, गलत ही हैं।