
दोनों तहसील का कार्य हो रहा है प्रभावित
नागदा. नागदा-खाचरौद के दो उपपंजीयक कार्यालय एक ही अधिकारी के भरोसे चल रहे हैं। दोनों एक ही अधिकारी के पदस्थ होने से दोनों स्थान का कार्य प्रभावित हो रहा है जिससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दोनों स्थान पर प्रतिदिन लगभग ५० रजिस्ट्री होती है। उप पंजीयक कार्यालय पर रजिस्ट्री के अलावा संपत्ति से संबधित लगभग एक दर्जन कार्य होते हैं। दोनों उप पंजीयक कार्यालय के अधीन लगभग २०० से अधिक गांव व 2 शहर एवं 1 कस्बा है। दोनों तहसील का चार्ज एक ही अधिकारी के पास होने से नागदा तहसील का उपपंजीयक कार्यालय प्रतिदिन दोपहर 12 बजे तक खुल रहा है। इसी प्रकार खाचरौद कार्यालय का कार्य दोपहर 12 बाद प्रभावित हो जाता है।
प्रतिदिन लगभग ५० रजिस्ट्री होती हैं
नागदा व खाचरौद कार्यालय पर प्रतिदिन 50 रजिस्ट्री होती है। प्रत्येक रजिस्ट्री में के्रता व विक्रेता व गवाह के फोटो, थंम, फोटो व हस्ताक्षर उप पंजीयक कार्यालय पर ही रजिस्ट्रार के समक्ष होते है। इस मान से प्रतिदिन लगभग १०० से १५० लोग प्रत्येक कार्यालय पर आते है। जब तक रजिस्ट्रार नहीं पहुंचता है तब तक कार्य नहीं होता है। इस कारण प्रतिदिन दोनों कार्यालय पर कई लोगों को परेशान होना पड़ता है। विकासखंड में २१८ गांव व तीन बड़े कस्बे नागदा, खाचरौद व उन्हेल है।
क्यों है एक ही अधिकारी पदस्थ
खाचरौद पंजीयक कार्यालय पर जुलाई २०१७ से अव्यवस्था चल रही है। यहां पदस्थ सुबोध मुंशी ३१ जुलाई को सेवानिवृत्त हो गए। इसके बाद विभाग ने यहां पर बडऩगर के उप पंजीयक सुरेंद्र कुमार को खाचरौद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा। कुमार के पास खाचरौद के अलावा बडऩगर का भी चार्ज था लेकिन 11 दिसंबर को कुमार को भी खाचरौद से पदविमुक्त कर दिय गया और बडऩगर का चार्ज दिया। खाचरौद का चार्ज नागदा में पदस्थ महेश तिवारी को सौंप दिया। तिवारी मूल रूप रतलाम जिले के बड़ावदा गांव के रहने वाले है। वह प्रतिदिन बड़ावदा से पहले खाचरौद कार्यालय पहुंचते है वहां से फिर दोपहर नागदा आते है।

Published on:
16 Dec 2017 07:45 am
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