नागदा. किराना व्यापारी संघ के आह्वान पर शहरवासियों ने उज्जैनी मनाई। लोगों ने सोमवार को अपने घर से बाहर निकलकर अन्य स्थान पर जाकर भोजन बनाया और इंद्रदेव को मनाने के जतन किए। संघ संयोजक मनोज राठी, अध्यक्ष मनीष जैन ने बताया मुक्तेश्वर मंदिर, बेरछा रोड़, रुपेटा सहित अन्य स्थानों पर सामुहिक आयोजन किए गए। जिसमें परिवारजनों ने सामुहिक रुप से दाल बाटी बनाकर इंद्रदेवता को मनाया। अल्पवर्षा के चलते जहां क्षेत्र के नदी, तालाब एवं कुएं पूर्ण क्षमता से भर नहीं पाएं है। वहीं किसानों की फसलें भी पानी के अभाव में सुखने की कगार पर आ गई है। क्षेत्र में अगस्त माह निकलने जाने के बाद भी बारिश नहीं हुई, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा हैं। क्षेत्र में फिर से बारिश का दौर शुरू हो और फसलो को नया जीवनदान मिले। इसके लिए उज्जैनी का आह्वान किया गया। इस अवसर पर महेंद्र राठौड़, प्रशांत राठी, संजय सोनी, किशोर सेठिया, राहुल छिपानी, टी.टी. पोरवाल आदि मौजूद रहे।
मुस्लिम समाज ने कब्रिस्तान में विशेष दुआ की
मुस्लिम समाजजनों ने सोमवार दोपहर में पुराने कब्रस्तान में विशेष दुआ की। जामा मस्जिद के अमजद लाला ने बताया शहर के सभी मस्जिदों के पेशईमाम, सदर सहित मुस्लिम समाजजन मौजूद रहे। इस दौरान
अब्दुल हमीद, फिरोज आजम, सादिक मंसुरी, युसूफ पहलवान, अय्युब मेव, रेहमत अली आदि मौजूद रहे।
रुनीजा : गांव रहा सुना… खेत-खलिहान में मनाई उज्जैनी
रुनीजा. बारिश की लगातार बढ़ती जा रही खेंच और आसमान से गर्मी बरसाते सूरज के कारण दिन ब दिन सोयाबीन की फसलों में नुकसान बढ़ता जा रहा है। चारों ओर बारिश को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। हर कोई अपने-अपने स्तर पर भगवान से एक ही प्रार्थना कर रहा है कि जल्दी बारिश हो जाए पानी की कामना को लेकर किसानों ने खेती बाड़ी का तो व्यापारियों ने अपने व्यापार का कारोबार बंद रखा। रुनीजा क्षेत्र के रुनीजा, माधोपुरा, रेल्वेस्टेशन, रुनीजा, बड़ागांव आदि जगह उज्जैनी मनाई। चारों गांव में ग्रामीणों ने जंगल में जाकर रसोई बनाकर भगवान इंद्र की पूजा कर भोग लगाया व बारिश की कामना की। ऐतिहासिक महिषासुर मर्दिनी माता चामुंडा के मंदिर पर अखंड रामायण का पाठ भी चल रहा है तो गजनीखेड़ी में शीतला माता मंदिर पर लगातार हरे राम, हरे कृष्णा की धुन के साथ पानी बरसने की प्रार्थना की जा रही है। सुंदराबाद ने भी शिव भक्तों व ग्रामीणों ने अच्छी बारिश की कामना को लेकर सुंदरेश्वर महादेव का पूजन अर्चन कर जलमग्न किया। बारिश की कामना को लेकर हिंदू भाइयों ने पूजा पाठ के अलावा मंदिरों में जाकर स्पेशल प्रार्थना भजन कीर्तन किया तो मुस्लिम भाइयों ने भी मस्जिदों में जाकर बारिश के लिए दुआ मांगी और प्रार्थना की की जल्दी से जल्द पूरे अंचल में राहत की और खुशियों की बारिश हो।
सोयाबीन के पौधे परिपक्व होने से पहले सूखने लगे
खरसौदकलां. क्षेत्र में पिछले दो पखवाड़े से झमाझम बारिश नहीं हुई है । पिछले एक पखवाड़ा से काले घने बादल सिमट गए हैं। तेज धूप एवं गर्मी से ग्रामीण परेशान है। खेतों में नमी के अभाव के साथ तेज गर्मी से सोयाबीन फसल मुरझाने लगी है। पानी की कमी के चलते खेतों में लंबी दरार पड़ चुकी है । किसान ईश्वरलाल राठौर ने बताया, सोयाबीन के पौधे परिपक्व से पहले सूखने लगे है। बदले में लागत खर्च भी निकलना मुश्किल हो गया है। हताश किसान मानसून को मनाने में गांव-गांव में जतन करने लगे हैं यहां तक कि ग्रामीण मंदिरों में भजन कीर्तन के साथ काले उभरे बादलों को देखकर ढोल धमाके के साथ पूजन पाठ करने लगे है।
पासलोद में पटेल को गधे पर बैठाकर गांव भ्रमण कराया
पासलोद. बारिश की लंबी खेंच के सोयाबीन की फसल सूख गई है। बारिश की कामना को लेकर हर कोई नये-नये टोटके कर रहे है। पासलोद में ग्रामीणजनों ने गांव के पटेल सुमेरसिंह पंवार को गधे पर बिठाकर नगर
भ्रमण करवाया, साथ ही श्मशान में फेरे लगवाए। इधर सोमवार को पासलोद सहित अन्य गांवों में हल्की-फुल्की बारिश से थोड़ी राहत मिली है।