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विधायक के दौरे से पहले नारायणपुर में नक्सली मुठभेड़, ITBP का एक जवान शहीद, एक के पैर में लगी गोली

locationनारायणपुरPublished: Jul 20, 2021 12:53:17 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

Maoist Attack in Narayanpur: नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी. दूर हुए इस मुठभेड़ में मंगलवार को आईटीबीपी का एक जवान शहीद हो गया।

विधायक के दौरे से पहले नारायणपुर में नक्सली मुठभेड़, ITBP का एक जवान शहीद, एक के पैर में लगी गोली

विधायक के दौरे से पहले नारायणपुर में नक्सली मुठभेड़, ITBP का एक जवान शहीद, एक के पैर में लगी गोली

नारायणपुर. नक्सलियों ने एक बार फिर घात लगाकर सुरक्षाबल के जवानों पर हमला किया। नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी. दूर हुए इस मुठभेड़ में मंगलवार को आईटीबीपी (ITBP) का एक जवान शहीद हो गया। वहीं एक जवान के पैर में गोली लगी है। जिसे छोटे डोंगर अस्पताल ले जाया गया है। हमले की पुष्टि नारायणपुर एएसपी नीरज चंद्राकर ने की है। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को स्थानीय विधायक चंदन कश्यप क्षेत्र का दौरा करने वाले थे। सुरक्षा के मद्देनजर जवान आरओपी पर निकले थे। इसी बीच नक्सलियों से उनकी मुठभेड़ हो गई। लगभग एक घंटे तक माओवादियों और जवानों के बीच गोलाबारी हुई। जवानों की जवाबी कार्रवाई भारी पड़ता देख माओवादी जंगल की ओर भाग निकले।
घात लगाकर नक्सलियों ने की फायरिंग
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नारायणपुर के आमादाई और शिव मंदिर के बीच मुख्य मार्ग पर जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई है। पहले से घात लगाए नक्सलियों ने सर्चिंग पर निकले जवानों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई गई। इसी बीच जवान शिव कुमार मीणा को गोली लग गई। मुठभेड़ स्थल पर वे वीरगति को प्राप्त हो गए। वहीं दूसरे जवान के पैर में गोली लगी है। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबल के जवान पूरे एरिया की सर्चिंग में लगे हुए है।
शहीदी सप्ताह मनाने वाले हैं नक्सली
हर साल माओवादी 28 जुलाई से तीन अगस्त तक शहीदी सप्ताह मनाते हैं। नक्सली मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों को शहीद मानते हैं। उनकी याद में स्मारक बना देते हैं। इतना ही नहीं नक्सली शहीदी सप्ताह भी मनाते हैं। इस विशेष सप्ताह में वे मारे गए नक्सलियों को याद करते हैं। इस दौरान ग्रामीणों को जुटाकर वे सभा भी आयोजित करते हैं। शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में होते हैं। शहीदी सप्ताह के दौरान पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों को अलर्ट पर रखा जाता है।
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