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सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी का असर नहीं, शहर से रोज निकल रहा 38 टन कचरा, जिसमें 27 फीसदी पॉलिथीन

नाममात्र की होती है कार्रवाई, खूब इस्तेमाल हो रहे कैरी बैग

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नर्मदापुरम.

शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध दिखावा साबित हो रहा है। इसका अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि शहर में हर दिन करीब 38 टन कचरा निकल रहा है, जिसमें अकेले पॉलिथीन की मात्रा 27 फीसदी है। यानी कि करीब 7.6 टन कचरा सिर्फ प्लास्टिक है। बताया जा रहा है कि पिछले साल यह 20 फीसदी था। हालात यह हैं कि स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने की कवायद में जुटी नगरपालिका सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी लगाने में नाकाम साबित हो रही है। जिसके कारण इसकी मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है।

खुलेआम हो रही बिक्री-

प्लास्टिक की दुकानों से लेकर बाजार में किराना, फल और सब्जियां खुलेआम सिंगल यूज प्लास्टिक बेचा जा रहा है। इससे पर्यावरण को नुकसान तो हो ही रहा है, बारिश में नालियों में यह फंसता है। इससे जल भराव की स्थिति निर्मित होती है। मवेशी इसे खाकर बीमार हो जाते हैं। सरकार ने एक जुलाई 2022 से इसके इस्तेमाल, बिक्री, भंडारण आदि पर रोक लगाई है।

यह हैं हालात-

-शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक का कारोबार बंद नहीं हुआ है। हर जगह नजर आता है।

-फिलहाल शहर में बाहर से आने वाला प्लास्टिक नहीं रुका। गिनती की कार्रवाई हुई, वह भी अब बंद हो चुकी है।

-वेस्ट का कारोबार (कबाड़ी) करने वालों का बिजनेस बढ़ा है। बड़े पैमाने पर शहर से प्लास्टिक मिल रहा है।

1 जुलाई 2022 से पाबंदी-

मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भारत सरकार के पर्यावरण व वन मंत्रालय द्वारा राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना अनुसार 1 जुलाई 2022 से प्रदेश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पाबंदी लगाई गई है। प्लास्टिक झंडे, प्लास्टिक स्टिक सहित ईयर बड, बैलून में उपयोग होने वाले प्लास्टिक स्टिक, कैंडी स्टीक, आईस्क्रीम स्टीक, सजावट में उपयोग होने वाला थर्माकोल, प्लास्टिक के कप, प्लेट, ग्लास, चम्मच, चाकू, स्ट्रा व ट्रे, स्वीट बाक्स, सिंगल यूज प्लास्टिक के निमंत्रण पत्र, सिंगरेट पैकेट को कवर करने वाली पैकिंग फिल्म व 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले प्लास्टिक व पीवीसी के बैनर इस आदेश में शामिल किए गए हैं।

नपा और प्रशासन ने अब तक ये किया...

-सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध के बाद जिले के सभी व्यापारियों से नियम का पालन करने के लिए प्रशासन ने अपील की थी।

-नर्मदापुरम नगर पालिका के तत्कालीन सीएमओ विनोद कुमार शुक्ला ने उपयंत्री दीक्षा तिवारी को नोडल अधिकारी बनाया था। साथ ही 13 सदस्यीय टीम गठित करके कार्रवाई की थी।

-जनजातीय कार्य विभाग नर्मदापुरम ने जिले के सभी विभागीय शासकीय कार्यालय, शैक्षणिक संस्थाओं एवं छात्रावास आश्रमों में सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया है।

-नगर के सेठानी घाट पर पॉलीथिन व प्लास्टिक फ्री करने नगरपालिका ने रोको-टोको अभियान चलाया। साथ ही कपड़े व कागज की थैलियां बांटी थी।