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तीन बार से जीत रही बीजेपी, जानिए पिपरिया विधानसभा सीट में वोटों का गणित

नर्मदापुरम जिले में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पिपरिया विधानसभा में अब तक 15 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। इसमें कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है। शुरुआती दौर की बात करें तो लगातार पांच बार यह सीट कांग्रेस के कब्जे में रही है। कुल 8 बार पिपरिया की जनता ने कांग्रेस का विधायक चुना। भाजपा के 4 बार यहां से विधायक रहे हैं। 2008 से ठाकुरदास नागवंशी लगातार चुनाव जीत रहे हैं।

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2008 से ठाकुरदास नागवंशी लगातार चुनाव जीत रहे

नर्मदापुरम जिले में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पिपरिया विधानसभा में अब तक 15 बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। इसमें कांग्रेस का पलड़ा भारी रहा है। शुरुआती दौर की बात करें तो लगातार पांच बार यह सीट कांग्रेस के कब्जे में रही है। कुल 8 बार पिपरिया की जनता ने कांग्रेस का विधायक चुना। भाजपा के 4 बार यहां से विधायक रहे हैं। 2008 से ठाकुरदास नागवंशी लगातार चुनाव जीत रहे हैं।

पिछले तीन चुनाव में भाजपा-कांग्रेस की स्थिति:
हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयरिंग प्रतिशत 2013 की अपेक्षा कम रहा। 2008 में भाजपा का 51249 वोट लेकर 51.34 प्रतिशत रहा। कांग्रेस को 28484 वोट मिले थे जो कुल चुनाव का 28.53 प्रतिशत है। 2013 में भाजपा ने 91206 मत लेकर 61.21 प्रतिशत वोट अर्जित किए। वहीं कांग्रेस को 40049 वोट मिले थे। जो कुल मतदान का 26.44 प्रतिशत था। 2018 के चुनाव में भाजपा को 84521 वोट मिले यह मतदान का 49.97 प्रतिशत था और कांग्रेस को 66391 वोट मिले थे। जो कुल मतदान का 39.25 प्रतिशत था। इस तरह 2018 के चुनाव में भाजपा का मतदान का प्रतिशत 11 प्रतिशत कम हुआ तो कांग्रेस का 13 प्रतिशत बढ़ गया।

पांच साल में 14669 मतदाता बढ़े
पिपरिया विधानसभा में 2018 के चुनाव में 206653 मतदाता थे। 2023 में यह संख्या बढकऱ 221322 हो गई। इस तरह पांच सालों में पिपरिया विधानसभा में 14669 मतदाता बढ़ गए हैं। इसमें पहली बार मतदान करने वालों की संख्या 6397 है।

पिपरिया विधानसभा में रहे विधायक
1951- नारायण सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1957- रतन कुमारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962- रतन कुमारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1967- रतन कुमारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1972- रतन कुमारी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1977- राम चंद्र माहेश्वरी, जनता पार्टी
1980- सविता बनर्जी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई)
1985- त्रिभुवन यादव, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1990- मुरली धर माहेश्वरी, भारतीय जनता पार्टी
1993- सुरेश राय, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1998- हरिशंकर जायसवाल, भारतीय जनता पार्टी
2003- अर्जुन पलिया, समाजवादी पार्टी
2008- ठाकुर दास, भारतीय जनता पार्टी
2013- ठाकुरदास नागवंशी, भारतीय जनता पार्टी
2018- ठाकुरदास नागवंशी, भारतीय जनता पार्टी

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