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नर्मदापुरम
कर्ज लेकर बाइक, जीप और ट्रेक्टर दौड़ाने वाले किसान दस साल से उधार नहीं चुका रहे। जिसकी वजह से कर्ज की राशि बढकऱ 84 करोड़ 27 लाख 73 हजार रुपए तक पहुंच गई है। हालात यह हैं कि वसूली नहीं होने की वजह से ऋण योजना तक बंद कर दी गई है।
जिला सहकारी बैंक की सभी शाखाओं के माध्यम से अब रिकवरी के लिए कुर्की की कार्रवाई होगी। बैंक ने इसके लिए नर्मदापुरम और हरदा जिले के 3822 प्रकरण तैयार कर लिए हैं। जिनसे करीब 85 करोड़ रुपए वसूलना है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित नर्मदापुरम की शाखाओं के माध्यम से विभिन्न अकृषि ऋण योजना प्रारंभ की गई थी। योजना के तहत वर्ष 2002 से 2005 के बीच ऋण दिया गया था।
हरदा जिले के 2161 प्रकरण में होना है वसूली-
पड़ौसी जिले हरदा में 2161 प्रकरणों में वसूली होना है। जिनसे बैंक को 62 करोड़ 32 लाख 79 हजार रुपए की रिकवरी करना है। जबकि नर्मदापुरम के 1661 प्रकरणों में 21 करोड़ 94 लाख 94 हजार रुपए की वसूली होना है। खातेदारों को पूर्व में कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं, लेकिन बकाया राशि जमा नहीं की जा रही है। जिससे बैंक की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है।
इसके लिए दिया था ऋण-
मोटर साइकिल, ट्रेक्टर, जीप, ग्रामीण आवास ऋण (अपना घर), उपभोक्ता उपकरण ऋण, व्यक्तिगत उद्यमियों को साख सीमा ऋण, विपणन साख सीमा, औद्योगिक समिति को साख सीमा, गोदाम ऋण, डेयरी ऋण संस्थावार, पाइप लाइन, व्यापारिक लिमिट, अनाज ऋण सहित अन्य।
इनका कहना है...
शाखा के माध्यम से विभिन्न अकृषि ऋण योजना से हरदा और नर्मदापुरम जिले के खातेदारों ने राशि ली थी। पिछले दस साल से बकाया राशि जमा नहीं कराई। अब बकाया वसूली के लिए कुर्की की कार्रवाई शुरू कर रहे हैं।
-आरके दुबे, सीइओ जिला सहकारी बैंक
Published on:
19 May 2022 09:43 pm
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