
अंधे कत्ल का खुलासा : जायदाद हड़पकर भाभी से शादी करना चाहता था हत्यारा, कर डाली भाई की हत्या
नरसिंहपुर/ मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के ग्राम पीपरपानी निवासी प्रार्थीया रजनी बाई राजपूत ने 26 नवंबर को थाना साईंखेड़ा में रिर्पोट दर्ज कराई थी कि, 28 वर्षीय उसके भाई नर्मदा सिंह पिता देवी सिंह राजपूत 23 नवंबर से घर से बिना बताए गायब है। रिपोर्ट पर थाना सांईखेडा ने युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी थी।
गन्ने के खेत में मिला था शव
गुम इंसान विवेचना के दौरान दिनांक 28 नवंबर को सूचना प्राप्त हुई कि, पीपरपानी के गन्ने के खेत में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ी हुआ है, सूचना पर थाना सांईखेडा पुलिस द्वारा घटना स्थल जाकर देखा। इसके बाद गुमशुदा नर्मदा सिंह राजपूत के परिजन को घटना स्थल बुलाकर शव की शिनाख्त कराई, जिसमें परिजन ने शव की पुष्टि कर ली। घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने हत्या का संदेह जाहिर करते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 400/2020 धारा 302,201 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
आरोपी की तलाश के लिए गठित की गई खास टीम
प्रकरण अंधी हत्या का होने एवं प्रकरण अज्ञात आरोपी होने से अज्ञात आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक अजय सिंह द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक, सुनील शिवहरे एवं एसडीओपी गाडरवारा ओपी त्रिपाठी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह धुर्वे, सउनि कोमल सिंह युवने, आरक्षक रामगोपाल राजपूत, आरक्षक रामकुमार डेहरिया, आरक्षक महेंद्र ठाकुर, आरक्षक सुधीर यादव, आरक्षक किशनलाल बाडिबा, आरक्षक बसंत ठाकुर, आरक्षक राजेंद्र धाकड, आरक्षक दीपक ठाकुर, महिला आरक्षक आरती राजपूत, साइबर सेल आरक्षक संजय ठाकुर की विशेष टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु निर्देश दिए गए थे।
मामला अंधी हत्या का होने एवं प्रकरण में आरोपियों की पतासाजी न होने पर अति. पुलिस अधीक्षक सुनील शिवहरे द्वारा दिनांक 29 नवंबर को स्वयं घटना स्थल का निरीक्षण किया। जांच में जुटी पुलिस टीम को आवष्यक दिषा निर्देश भी दिए। गठित टीम अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु क्षेत्रीय मुखबिरों को सक्रीय कर एवं स्थानीय लोगों से मृतक नर्मदा प्रसाद की हत्या किए जाने के कारण के संबंध मे पतासाजी की गई, जिसके परिणाम स्वरूप ज्ञात हुआ कि, मृतक की पत्नी 8 माह पहले अपने देवर के साथ पति-पत्नी के रूप में रहने लगे थे, जिससे मृतक नर्मदा सिंह राजपूत अपने छोटे भाई को पैतृक जमीन मैं खेती नहीं करने दे रहा था और ना ही उसे घर आने दे रहा था।
प्रकरण में उक्त बात सामने आने पर पुलिस द्वारा मृतक के छोटे भाई रेवासिंह राजपूत पिता देवीसिंह राजपूत निवासी ग्राम पीपरपानी को हिरासत में लेकर गहनता से पतासाजी की गयी एवं सदेहियों से पूछताछ की गई, जिसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या का अपराध स्वीकार कर लिया। साथ ही, ये भी स्वीकार किया कि, अपने सगे भाई से उसका लगातार विवाद होता रहता था, यही वजह है कि, उसे रास्ते से हटाकर उसकी संपत्ति हड़पना चाहता था और अपने ही मृतक भाई की पत्नी के साथ आराम से आगे का जीवन करना चाहता था।
भाई ने साडू भाई के साथ मिलकर की हत्या
उक्त हत्या के प्रकरण में हिरासत में लिए गए आरोपी मृतक के भाई से बारीकी से पूछताछ पर जानकारी प्राप्त हुयी कि मृतक एवं उसके छोटे भाई में आपसी रंजिश को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। इसी बात को लेकर आरोपी भाई रेवा सिंह राजपूत पिता देवी सिंह राजपूत निवासी ग्राम पीपरपानी द्वारा मृतक के साड़ू भाई रेवा सिंह राजपूत निवासी किर्गी से संपर्क कर नर्मदा सिंह की हत्या कराने की योजना बनाई। हत्या के बदले एक लाख रूपये देने की बात तय हुई थी। इसके परिणाम स्वरूप 23 नवंबर की रात करीब 8 बजे साडू भाई रेवा सिंह ने अपने साथी अर्पित शर्मा, सुग्रीव हरिजन के साथ नर्मदा सिंह के घर जाकर उसे बाहर बुलाया और बहाना बनकार नर्मदा सिंह को मोटरसाइकिल में बिठाकर गन्ने के खेत में ले गए एवं नर्मदा प्रसाद राजपूत की गला घोट कर हत्या कर दी। वहीं, लाश को गन्ने के खेत में छिपा दिया।
Published on:
02 Dec 2020 09:24 pm
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