26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब तक नहीं की जा रही खाद्य सामग्री की जांच

फील्ड से नदारद है खाद्य व औषधि विभाग का अमला

2 min read
Google source verification
अब तक नहीं की जा रही खाद्य सामग्री की जांच

अब तक नहीं की जा रही खाद्य सामग्री की जांच

नरसिंहपुर. त्यौहारी सीजन शुरू हो चुका है। कोविड के बाद इस साल मिठाईयों का सीजन बंपर चलने की उम्मीद में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और बढ़ती मंहगाई के बीच बढ़ रहे मिठाइयों के दामों के चलते मुनाफाखोरी के लिए मिठाइयों में अमानक चांदी वर्क और वस्तुओं के उपयोग की आशंका भी बन रही है। लेकिन बावजूद इसके अभी जिले के खाद व औषधि विभाग का अमला फील्ड से नदारद बना हुआ है। जिसके कारण व्यापारी भी बेफिक्र नजर आ रहे हैं।
जिले भर में हैं आधा सैंकड़ा से अधिक बड़े व्यापारी
एक जानकारी के मुताबिक जिले में मिठाईयों के कारोबार से जुड़े आधा सैंकड़ा से अधिक ऐसे बड़े व्यापारी हैं। जिनके सेल काउंटर के अलावा बड़ी-बड़ी निर्माण इकाईयां भी संचालित होती है और इनमें पूरे साल भर मिठाईयों का निर्माण कार्य चलता रहता है। इन व्यापारियों के द्वारा प्रत्येक त्यौहारी सीजन के लिए काफी पहले से तैयारियां शुरू कर दी जाती है। जबकि इस संबंध में जानकारों का कहना है कि मिठाई जैसे खाद्य पदार्थों की उम्र ही दो से तीन दिन तक रहती है इसके बाद उनके खराब होने की संभावना बन जाती है। ऐसी परिस्थिति में पूर्व से की तैयारियों में मिठाइयों को खराब होने से बचाने के लिए प्रिजरवेटिव के साथ उन्हें आकर्षक बनाने के लिए अमानक पदार्थो जैसे चाइनीज चांदी वर्क,अखाद्य रंगों के इस्तेमाल की आशंका बनी रहती है।
इस संबंध में खाद्य व औषधि विभाग के निरीक्षक अमित गुप्ता से चर्चा करने पर उन्होने पत्रिका को बताया कि सामान्य रूप से मिठाई दुकानों के निरीक्षण की कार्रवाई लगातार चलती रहती है। लेकिन फिर भी त्यौहारी सीजन को देखते हुए कलेक्टर के निर्देशों के अनुरूप निरीक्षण में तेजी लाई जा रही है। जिसके तहत अभी ग्रामीण क्षेत्रों में जांच की कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद जल्द ही विभाग की टीम द्वारा शहरी क्षेत्रों में फोकस करते हुए सेंपलिंग और निरीक्षण किया जाएगा।