23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जानलेवा साबित हो रही गरधा-बम्हौरी सड़क

बिखरी पड़ी है रेत, गहरे गड्ढे भी बन रहे हादसों का सबब, दो दर्जन से अधिक गांवों का इकलौता है मार्ग

2 min read
Google source verification
Gardha-Bhamhouri road proving deadly

Gardha-Bhamhouri road proving deadly

गाडरवारा। साईंखेड़ा-पिपरिया रोड से होकर गुजरने वाली गरधा बम्होरी की प्रधानमंत्री योजना की सड़क आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों के इकलौता संपर्क का साधन है। इसी सड़क से होकर अनेक भारी वाहन भी दौड़ते हैं। इनमें अवैध रेत ढुलाई के वाहन प्रमुख हैं।
यहां दिन-रात वाहनों की आवाजाही से ये ग्रामीण सड़क तोड़ती नजर आ रही है। वर्तमान में जहां इस सड़क में जगह-जगह गहरे गड्ढे दुर्घटना का सबब बन रहे हैं, वहीं रही-सही कसर रेत के वाहनों से सड़क के बीचों-बीच गिरी रेत पूरी कर रही है। इनसे किसी भी दिन कोई अप्रिय हादसा होने का खतरा बना हुआ है।
ज्ञात रहे की गरधा बम्हौरी सड़क से होकर समीपी 20-25 गांवों के लोग रोजाना गाडरवारा शहर से गांव के बीच आवागमन करते हैं। इसमें बड़ी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं, गांव में रहने वाले दूधवाले, सब्जी वाले एवं शहर के जरिए अपनी रोजी-रोटी कमाने वाले लोग शामिल हैं। इसी सड़क से होकर रेलयात्री भी ग्रामीण क्षेत्रों से गाडरवारा रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं। ये ट्रेन के समय पर पहुंचने की जल्दबाजी में तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं जबकि पूरी सड़क संकरी एवं जगह-जगह घुमावदार, मोड़ युक्त होने के साथ सड़क किनारे घनी झाडिय़ां लगी हैं। इससे न तो सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों को दूर से आ रहे वाहन दिखाई देते हैं न ही मोड़।

दोपहिया वाहन फिसलने का पूरा खतरा
ऐसे में सड़क के बीचोंबीच बिखरी रेत से दोपहिया वाहन फिसलने का पूरा खतरा रहता है। साथ ही अचानक गड्ढे में किसी वाहन का पहिया पडऩे पर अनियंत्रित होकर पलटने का खतरा भी बना रहता है। बावजूद इसके संबंधित विभाग द्वारा गड्ढों को भरने की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे लोग जान का जोखिम उठाकर सफर करने को मजबूर हैं। लोगों ने संबंधित विभाग से तेज बरसात के पूर्व सड़क सुधार की मांग की है।