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EK SHIKSHAK: ऐसे शिक्षक मिल जाएं तो हर स्टूडेंट भर सकता है कामयाबी की ‘उड़ान’

EK SHIKSHAK: सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ ही हर रोज 4 घंटे स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षाओं की फ्री में कोचिंग पढ़ाते हैं अक्षय शर्मा...।

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TEACHER AKSHAY SHARMA

EK SHIKSHAK: आज गुरुपूर्णिमा है और आज के दिन हर कोई अपने गुरुओं को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद ले रहा है। गुरुपूर्णिमा के इस पावन अवसर पर हम आपको आज के युग के एक ऐसे गुरु के बारे में बता रहे हैं जो सरकारी स्कूल में टीचर होने के साथ ही निस्वार्थ मन से बच्चों के भविष्य को संवारने का काम बीते कई सालों से कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के एमएलबी स्कूल में पदस्थ शिक्षक अक्षय शर्मा की। जिन्हें हर कोई गुरुजी या फिर मास्साब कहकर ही संबोधित करता है।

रोजाना 4 घंटे फ्री में कोचिंग पढ़ाते हैं अक्षय

एमएलबी स्कूल नरसिंहपुर में पदस्थ अंग्रेजी विषय के शिक्षक अक्षय शर्मा की उम्र 46 साल है। 24 साल की उम्र में शिक्षण के क्षेत्र में कदम रखने वाले अक्षय के लिए मानो पढ़ाना पैशन है। वो रोजाना स्कूल में तो बच्चों को पढ़ाते ही हैं साथ ही साथ हर दिन 4 घंटे फ्री में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी स्टूडेंट्स की कराते हैं। अक्षय शर्मा ने बताया कि साल 2017 में उन्होंने व उनके कुछ साथियों ने जिला प्रशासन की मदद से संचालित उड़ान एकेडमी ज्वाइन की और तब से लेकर अभी तक लगातार वो रोजाना 4 घंटे उड़ान में बच्चों को निशुल्क कोचिंग दे रहे हैं। अक्षय उड़ान एकेडमी के प्रभारी भी हैं और उनके साथ उड़ान में अजित विश्वकर्मा, बसंत श्रीवास्तव, मनीष आरसे और अभिषेक गुमास्ता भी हैं जो बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं।

रोजाना करीब 10 घंटे देते हैं शिक्षा

शिक्षक अक्षय शर्मा ने बताया कि वो रोजाना सुबह 8-12 बजे तक बच्चों को उड़ान एकेडमी में पढ़ाते हैं और फिर 12 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक एमएलबी स्कूल नरसिंहपुर में अपनी सेवाएं देते हैं। अक्षय शर्मा नरसिंहपुर जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी. दूर बसे ग्राम लोकीपार के रहने वाले हैं जो महज 24 साल की उम्र में टीचर बन गए थे। वो कहते हैं कि उड़ान कोचिंग उन स्टूडेंट्स के लिए संचालित है जो कि किन्हीं कारणों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए बाहर नहीं जा सकते। बीते 7 सालों में हजारों बच्चे यहां पर कोचिंग प्राप्त कर चुके हैं और सरकारी सेवाओं में चयनित हुए हैं। शिक्षक अक्षय शर्मा ने बताया कि हर दिन उड़ान में बच्चों को आकर पढ़ाने से उनके मन को संतोष मिलता है। ऐसा लगता है जैसे वो समाज के लिए कुछ कर पा रहे हैं, हर शिक्षक का दायित्व होता है कि वो अपने ज्ञान का प्रकाश हर ओर फैलाए और वो भी वही कर रहे हैं।