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रेलवे स्टेशन में बंद रहता है दिव्यांगों का काउंटर

नरसिंहपुर के रेलवे स्टेशन में सुविधाएं बढ़ाने की दरकार

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रेलवे स्टेशन में बंद रहता है दिव्यांगों का काउंटर

रेलवे स्टेशन में बंद रहता है दिव्यांगों का काउंटर

नरसिंहपुर. जिला मुख्यालय के रेल्वे स्टेशन को लंबे समय से सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की दरकार है, पर जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वर्षों से स्टेशन में शेड बढ़ाए जाने, प्लेटफार्म क्रमांक 2 में व्यवस्थित प्रसाधनगृह व दिव्यांगों के लिए सुविधाओं में वृद्धि किए जाने की जरूरत है पर आज तक न तो रेलवे ने इस ओर ध्यान दिया, न ही जनप्रतिनिधियों ने गंभीरता दिखाई। 2 नंबर प्लेटफ ार्म में सुविधाघर की व्यवस्था न होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। सर्वाधिक दिक्कतें महिलाओं को उठानी पड़ती है। प्रसाधनगृह के अभाव में वे यहां-वहां भटकते देखी जा सकती हैं।
दिव्यांग टिकट काउंटर रहता है बंद-यहां की टिकट वितरण प्रणाली भी यात्रियों के लिए कष्टप्रद रहती है। यहां टिकट वितरण के लिए एक विंडो सामान्य टिकट के लिए,एक विंडो रिजर्वेशन के लिए और एक एटीवी मशीन बाहर लगी हुई है। लेकिन विकलांगों के लिए अलग से बनाया गया टिकिट काउंटर यहां हमेशा बंद ही रहता है। जिसके कारण उन्हें भी सामान्य लोगों की भांति लंबी लाइन में लगकर ही अपना टिकट कराना पड़ता है। इसे लेकर स्थानीय रेलवे अधिकारियों का कहना है कि उनके पास स्टाफ की कमी है जिससे उपलब्ध स्टाफ से ही टिकट प्रबंधन कराना पड़ता है।
शेडों की कमी से प्रतिकूल मौसम में परेशानी

स्टेशन के दोनों प्लेटफार्म में शेडों की कमी भी प्रमुख समस्या है जो बारिश व गर्मी के मौसम में यात्रियों को खासी खलती है पर विडंबना यह है कि जिम्मेदारों ने स्टेशन में सुविधाएं दिए जाने के मुद्दे को कभी तरजीह नहीं दी। स्टेशन में यदि 24 बोगी की रेलगाड़ी आती है तो सिर्फ 5-6 डिब्बों तक ही यात्रियों के लिए शेड मिल पाता है। शेष डिब्बे जहां खड़े होते हैं वहां शेड के अभाव के चलते यात्रियों को प्रतिकूल मौसम में परेशानी उठानी पड़ती है। हालांकि इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार यहां दोनों प्लेटफार्मो पर दो-दो सौ मीटर लंबाई के चार शेड निर्माण के लिए स्वीकृति मिल चुकी है। जिस पर काम भी शुरू हो चुका है लेकिन इसके बावजूद इसमें अभी समय लगेगा । जिसके कारण फिलहाल तो परेशानी से हल पाने का कोई विकल्प नहीं है।
माल गोदाम हुआ जर्जर

रेलवे स्टेशन का मालगोदाम परिसर का फ्लोर बुरी तरह जर्जर हो चुका है। यहां पर अनाज की डंपिंग के लिए पहुंचने वाले ट्रकों से गिरने वाला अनाज बारिश के पानी केे संपर्क में आकर सडऩे लगा है। जिसके कारण यहां पूरे स्टेशन परिसर में बदबू और सड़ांध का माहौल बना हुआ है। अनेक लोगों ने तो इस परिसर को शौच का अड्डा बना लिया है जिससे यहां हमेशा गंदगी व्याप्त रहती है। दूसरी ओर इस परिसर में पानी की निकासी का इंतजाम न होने के कारण पानी होकर सड़ता रहता है और माहौल में बदबू बनी रहती है।
रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं के विस्तार को लेकर रेलवे स्टेशन प्रबंधक कार्यालय ने बताया कि यहां पर यात्री सुविधाओं के संबंध में समय समय पर निरीक्षण के लिए आने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाता है। वहीं मालगोदाम के लिए करीब डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है।