
यहां चल रही मस्ती की पाठशाला, बच्चों में दिख रहा जोश और उमंग
नरसिंहपुर. बच्चों में पढ़ाई का टेंशन दूर कर खेल-खेल में पढ़ाने और अवकाश के दिन में स्वास्थ के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से क्षेत्र के स्कूलों में मस्ती की पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है, ताकि विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का शैक्षणिक, मानसिक और बौद्धिक विकास हो, इसी के चलते नरसिंहपुर के एक स्कूल में मस्ती की पाठशाला का आयोजन हुआ, जिसमें बच्चों में काफी जोश और उमंग की झलक नजर आई।
अवकाशकालीन मस्ती की पाठशाला में विद्यार्थियों के लिए योग, आसन, संगीत, गायन जैसी विधाओं से भी परिचित कराया जाता है। जिससे वे आनंददायक और मनोरंजक वातावरण निर्माण कर शिक्षा की गतिविधियों को सहज और सरल तरीके से अंगीकार कर सकें। पठन पाठन को बोझिल मानने वाले विद्यार्थियों को भी पढ़ाई हल्की और मनोरंजक गतिविधि प्रतीत होने लगे। यह मस्ती की पाठशाला का ध्येय और उद्देश्य दोनों हैं।
यह बात विकास खंड शिक्षा अधिकारी सत्य प्रकाश त्यागी ने रविवार को ग्राम जोवा में आयोजित अवकाशकालीन मस्ती पाठशाला की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कही, विकासखंड करेली में अवकाश के दिनों में अभिनव प्रयोग के रूप में चल रही मस्ती की पाठशाला की मुहिम जोबा ग्राम पहुंची। जिसमें प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए सबसे पहले सामूहिक सूर्य नमस्कार अभ्यास कराया गया, इसके पूर्व बसंत उत्सव के उपलक्ष्य में विद्या बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का पूजन अर्चन और सरस्वती वंदना प्रभा साइलवार एवं हेमलता राजपूत के द्वारा भारतमाता की स्तुति प्रस्तुत की गई, इसके बाद आशुतोष नेमा शिक्षक ने बताया कि संत और बसंत में एक ही समानता है, जब संत आते हैं तो संस्कृति सुधर जाती है और जब बसंत आता है तो प्रकृति सुधर जाती है, विज्ञान शिक्षक शिवकुमार पटेल ने माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों को विज्ञान विषय से जुड़ी रोचक विषयगत बातों से अवगत कराया। इसके पश्चात सभी शिक्षकों ने आसन व खेल खेलों और सीखो जैसी बातें व काम करने के लिए प्रोत्साहन दिया।
Published on:
07 Feb 2022 01:51 pm
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