26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

स्वर्ण अश्व रथ पर सवार हुए श्रीजी, इंद्र देव ने किया अभिषेक

महावीर जयंती पर निकाली शोभायात्रा, जगह-जगह किया गया स्वागत

3 min read
Google source verification
Shreeji, riding on a golden horse chariot

Shreeji, riding on a golden horse chariot

करेली। भगवान महावीर स्वामी की जयंती का पर्व दिगम्बर जैन समाज मंदिर ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर प्रात:कालीन बेला में मंदिर की सभी वेदियों पर अभिषेक किया गया तत्पश्चात् 1008 महावीर विधान किया गया। इसके पश्चात दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर लक्ष्मीनारायण वार्ड से दिगम्बर जैन समाज के पुरूष एवं महिलाओं द्वारा दोपहर 2 बजे भगवान महावीर स्वामी की नगर शोभायात्रा निकाली गई। मंदिर में भगवान महावीर का अभिषेक पूजन कर भगवान महावीर को स्वर्ण अश्व विमान में बैठाकर शोभायात्रा का शुभारंभ किया गया। जो मुख्य मार्ग, कमानिया गेट से होते हुये पुन: मंदिर पहुंचा जहां शोभायात्रा का समापन किया गया। शोभायात्रा समापन के पश्चात् इंद्रपुरी सुभाष मैदान में मुनिश्री एवं आर्यिका संघ के सानिध्य में बारह भावना को लेकर पाठशाला के बच्चों द्वारा नाटिका प्रस्तुत की गई साथ ही श्रीजी का महामस्तकाभिषेक, पूजन, शांतिधारा किया गया। जिसमें समस्त सामाजिक बंधुओं ने हिस्सा लिया। तत्पश्चात अभिषेक पूजन फू लमाल की बोली की गई। मुनिश्री ने भगवान महावीर के जन्म कल्याणक महोत्सव पर अपने प्रवचनों के माध्यम से भगवान महावीर के जीवन चरित्र एवं वैराग्य पर प्रकाश डाला। वंदनीय आर्यिका रत्न105 अनंतमति माताजी ने भगवान महावीर जन्म जयंती के अवसर पर उनके उपदेशों पर चलने की बात कही।


इंद्र देव ने किया प्रथमाभिषेक

भगवान महावीर जयंती पर दिगम्बर जैन बड़ा मंदिर से जैसे ही शोभायात्रा नगर भ्रमण करने निकली इंद्रदेव ने वर्षा कर भगवान का प्रथम अभिषेक किया। शोभायात्रा में धर्मध्वजा लिए बच्चे, अश्व एवं अष्ट प्रतिहार लिए बालिकाएं त्रिषला मंडल की बहिनों द्वारा कलष धारण, मॉ जिनवाणी पालकी, भगवान के माता पिता सौधर्म इंद्र के साथ ही श्रीजी का भव्य रथ एवं मुनिश्री एवं आर्यिका ससंघ शोभायात्रा में जनाकर्षण का केन्द्र रहे।
महाआरती में झूमे भक्त- दिगम्बर जैन मंदिर में सांयकालीन बेला में भव्य महाआरती एवं पालना झूलना का आयोजन किया गया। जिसमें समाज की समस्त महिलाओं एवं पुरूषों ने श्री जी भगवान की पूरी श्रद्वाभाव से आरती उतारी। उक्त कार्यक्रम में दिगम्बर जैन कमेटी, महिला मंडल, त्रिषला मंडल, नवयुुवक मंडल, पाठशाला समिति के सभी सदस्यों की उपस्थिति रही।


जियो और जीने दो का दिया संदेश

नरसिंहपुर. सनातन परम्परा के प्रकाशित सूर्य व जियो ओर जीने दो का महान संदेश देने वाले तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की जयंती नगर में हर्षोल्लाास व भक्ति-भाव और श्रद्धा के साथ मनायी गयी। नगर के स्टेशन, कंदेली व नरसिंहपुर बस्ती दिगम्बर एवं श्वेतांबर जैन मंदिरों में प्रात: से पूजन, अभिषेक, शांतिधारा, आरती व पाठ किये गये। वहीं कंदेली स्थित दिगम्बर एवं श्वेतांबर जैन मंदिर से नगर का भ्रमण करती हुयी श्रीजी की शोभायात्रा निकाली गयी। शोभायात्रा का स्वागत व श्रीजी की आरती सभी वर्गो के लोगों ने किया व पुण्य लाभ अर्जित किया। शोभायात्रा में अनुशासन और श्रद्धा के साथ भक्ति के उत्साव का भाव रेखांकित किया गया।
इस अवसर पर शोभायात्रा में शामिल लोगों ने एक स्वर में भगवान महावीर के संदेशों का उदघोष कर वातावरण में धर्म मय ध्वजा फहरा दी। सारे संसार का मंगल हो, यही कामना करते हैं, जो प्रेम प्रीत की शिक्षा दे, वही धर्म हमारा संबल हो के भजन को शोभायात्रा में लोगों ने गाकर इस भव सागर से पार होने की भावना भायी।भगवान महावीर के संदेशों ओर उपदेशों व शिक्षाओं का गान करती महिलाओं व बच्चे व बालिकाओं ने एक अलग ही छटा बिखेरी।
शोभायात्रा भ्रमण के दौरान श्रीजी की आरती जगह जगह की गयी। आरती करते समय श्रृद्धालुओं ने भगवान महावीर की शिक्षाओं ओर प्रेरणाओं को आत्मसात करने का संकल्प लिया। सामाजिक संस्थाओं के साथ नगर वासियों ने शोभा यात्रा का स्वागत किया। दोपहर के समय जैन मंदिरों में विशेष पूजन के साथ विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। राात्रि 7 बजे से महाआरती,शास्त्र वाचन के साथ भजन संध्या का आयोजन किया गया। साथ साथ धार्मिक ज्ञान को बढ़ाने व जानने के लिए प्रश्रनोत्तरी का जिज्ञासा पूर्ण कार्यक्रम किया गया इस कार्यक्रम में सभी लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। सभी जैन मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा की गई।