दिए ज्ञापन में बताया कि शासकीय उत्कृष्ट स्कूल के प्राचार्य छात्रों व उनके माता-पिता के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। इससे स्कूल के छात्र मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं। इसका असर उनके पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। बिना किसी बात के छात्रों को सजा दी जाती है,जिसका छात्र मानसिक एवं शारीरिक रूप से परेशान हैं। इसलिए प्राचार्य के इन कृत्यों को देखते हुए छात्रों के भविष्य के लिए प्राचार्य के खिलाफ अनुशात्मक कार्रवाई किया जाना चाहिए। इधर उत्कृष्ट के प्राचार्य डॉ जीडी गढ़ेवाल अभद्र व्यवहार को गलत बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्र स्कूल में लेट पहुंचे थे। मना करने पर नहीं माने और वाउंड्रीवॉल कूद कर स्कूल आ गए। इसके बाद उनको दो माह के लिए निष्काषित किया गया है।