इलाज के दौरान दोनों ने तोड़ा दम
मिली जानकारी के मुताबिक धमाका उस वक्त हुआ जब सेना की एक कॉलम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्त कर रहा था। गश्त के दौरान सैनिकों का पैर वहां बारूदी विस्फोटक पर पड़ गया, जिसकी चपेट में आने से एक लेफ्टिनेंट समेत दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद साथियों ने उन्हें तुंरत पास के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया, यहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
मामले की जांच कर रही सेना
सेना के अधिकारियों का कहना है कि प्रथमदृष्टया लग रहा है कि सीमा पर बिछी बारूदी सुरंगों पर पैर रखने की वजह से विस्फोट हुआ है। हालांकि अभी इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की जा सकती है। अधिकारियों का कहना है कि घटना में आतंकवादियों की ओर से आईईडी लगाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है। जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।
मिली जानकारी के मुताबिक धमाका उस वक्त हुआ जब सेना की एक कॉलम सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ की रोकथाम संबंधी उपायों का जायजा लेने के लिए गश्त कर रहा था। गश्त के दौरान सैनिकों का पैर वहां बारूदी विस्फोटक पर पड़ गया, जिसकी चपेट में आने से एक लेफ्टिनेंट समेत दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद साथियों ने उन्हें तुंरत पास के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया, यहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
मामले की जांच कर रही सेना
सेना के अधिकारियों का कहना है कि प्रथमदृष्टया लग रहा है कि सीमा पर बिछी बारूदी सुरंगों पर पैर रखने की वजह से विस्फोट हुआ है। हालांकि अभी इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की जा सकती है। अधिकारियों का कहना है कि घटना में आतंकवादियों की ओर से आईईडी लगाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है। जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।
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