
Agnipath Scheme Facts, good things and Myths Govt released Posters
Agnipath Scheme Facts and Myths: सेना में भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। रेल सहित अन्य सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इस बीच सरकार ने एक के बाद एक कई पोस्टर रिलीज कर अग्निपथ स्कीम को लेकर फैलाए जा रहे झूठ का पर्दाफाश किया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आधिकारिक ट्वीटर से इस स्कीम को लेकर कई पोस्ट किए गए हैं। जिसमें इस स्कीम की खुबियों की जानकारी दी गई है।
सरकार की ओर से जारी इन पोस्टरों के जरिए अग्निपथ स्कीन की अच्छाईयों का वर्णन करते हुए युवाओं से सावधान रहने की अपील की गई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अग्निपथ स्कीम को लेकर जो लोग पूछ रहे हैं कि 4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे। उनके लिए जवाब यह है कि चार साल की सेना की नौकरी के बाद अग्निवीरों को पुलिस के सहयोगी बलों में प्राथमिकता दी जाएगी।
चार साल की नौकरी के बाद अग्निवीरों को क्या मिलेगा-
सेना की चार साल की नौकरी के बाद अग्निवीरों को CAPF और असम राइफल्स में प्राथमिकता मिलेगी। 21-24 वर्ष की आयु में 7-8 लाख की Savings के साथ 20 लाख की राशि जोड़ सकेंगे। चार साल की नौकरी के बाद 12 लाख की जमापूंजी भी मिलेगी। प्रसारण मंत्रालय की ओर जारी एक ट्वीट में बताया गया। कि चार में से एक को पक्की नौकरी मिलेगी। इसके बाद बड़ी कम्पनियों में नियुक्ति के अवसर भी मिलेगा।
रिटायर एयरचीफ मार्शल ने कहा- 17 साल में सेना में हो सकेंगे भर्ती-
मंत्रालय ने बताया कि अन्य लोगों की तुलना में अग्निवीरों को नौकरी के बेहतर विकल्प मिलेंगे। 24 साल में जीवन में सेटल होने का अवसर मिलेगा। रिटायर एयरचीफ मार्शल पी.वी. नाइक से बात करते हुए प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि अग्निपथ स्कीम का उद्देश्य यह है कि सर्विसेज़ की आयु प्रोफाइल थोड़ी कम होनी चाहिए। जो लोग 22-23 साल की आयु में सेना में भर्ती होते थे वे अब 17 की आयु से भर्ती हो सकते हैं।
एनसीसी के डीजी बोले- ज्यादा से ज्यादा युवा बन सकेंगे अग्निवीर-
एनसीसी के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल गुरवीरपाल सिंह से बात कहते हुए बताया गया कि इस स्कीम के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा युवाओं को अग्निवीर बनने का मौका मिलेगा। खासतौर पर हमारे कैडट जो 4 साल की सर्विस करने के बाद कुछ और अपना प्रोफेशन फॉलो करना चाहते हैं उसका भी मौका उन युवाओं के पास है। बिहार के एक युवा से इस मसले पर बात करते हुए बताया गया कि इससे युवाओं को मौका मिल रहा है 4 साल के लिए और हर क्षेत्र में उनको काम करने का अवसर प्राप्त होगा।
पंजाब के एनसीसी कैडेट बोले- चार साल दूसरी नौकरी का मिलेगा अवसर-
पंजाब के एक एनसीसी कैडेट से बात करते हुए बताया गया कि यह एक अच्छी स्कीम है। इस दौरान जो हमारे युवा होंगे, उनको काफी कुछ सीखने को मिलेगा। और उसके बाद अगर वो चाहें तो कॉर्पेरेट लाइफ या बिज़नेस में काम कर सकते हैं। यह भी बताया गया कि इस स्कीम से ज्यादा से ज्यादा युवाओं का सेना में जाने का सपना पूरा होगा। बेरोजगार युवाओं को 4 साल का अनुभव मिलेगा। 4 साल बाद दूसरी नौकरियों के अवसर भी मिलेंगे।
सामाजिक चिंतक बह्मा चेलानी ने कहा- अमेरीका में भी ऐसा ही होता है-
इसी मुद्दे पर सामाजिक चिंतक और लेखक बह्मा चेलानी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सेना में भर्ती के शॉर्ट टर्म सिस्टम को लाने वाला भारत इकलौता देश नहीं है। अमरीका में भी ऐसा होता है। उन्होंने बताया कि अमरीकी आर्मी नए जवानों को बेसिक और एकेडमिक ट्रेनिंग के बाद मात्र दो साल के लिए एक्टिव ड्यूटी का ऑप्शन देती है।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई का ऑप्शन बताया-
वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि शिक्षा मंत्राय ने रक्षा मंत्रालय के परामर्श से एक विशेष प्रोग्राम शुरू करने की पहल की है, जो स्वागत योग्य कदम है। इसके तहत 10वीं पास अग्निवीरों को अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से 12वीं कक्षा का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं। NIOS का 12वीं पास प्रमाण-पत्र पूरे देश में नौकरी और उच्च शिक्षा दोनों उद्देश्यों के लिए मान्यता प्राप्त है जो Agniveers को जीवन में प्रगति के लिए विभिन्न अवसर प्रदान करेगा।
Updated on:
17 Jun 2022 07:48 am
Published on:
16 Jun 2022 10:24 pm
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