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Ahmedabad Plane Crash: टेक ऑफ के समय कितना था विमान का वजन? जानिए 15 पेज की रिपोर्ट में क्या क्या हुआ खुलासा

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश मामले में एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आ गई है।

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अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसा। (फोटो- ANI)

Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 क्रैश मामले में एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है। 12 जुलाई को सार्वजनिक हुई 15 पेज की रिपोर्ट में हादसे की वजह दोनों इंजनों का बंद होना बताया गया है। यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के गैटविक के लिए रवाना हुआ था और टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही क्रैश हो गया था।

हादसे में 241 यात्री और 19 लोगों की मौत

इस भयानक हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौके पर मौत हो गई। इसके अलावा ग्राउंड पर मौजूद 19 लोगों की भी जान चली गई। इस हादसे में सिर्फ एक यात्री जीवित बच सका, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान इस त्रासदी की ओर खींचा।

टेकऑफ के 30 सेकंड बाद क्यों बंद हुए दोनों इंजन?

रिपोर्ट के मुताबिक, टेकऑफ के समय विमान में 54,200 किलोग्राम फ्यूल भरा गया था। टेकऑफ वजन 2,13,401 किलोग्राम था, जो अधिकतम सीमा 2,18,183 किलोग्राम से कम था। यानी वजन और फ्यूल की मात्रा पूरी तरह से निर्धारित सीमा में थी। इसके अलावा विमान में कोई खतरनाक सामान भी नहीं था। ऐसे में सवाल खड़ा हुआ है कि जब सब कुछ सामान्य था, तो आखिर टेकऑफ के 30 सेकंड बाद ऐसा क्या हुआ कि दोनों इंजन बंद हो गए और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

कॉकपिट ऑडियो में पायलट्स के बीच बहस

AAIB रिपोर्ट में कॉकपिट ऑडियो का भी जिक्र किया गया है, जिसमें टेकऑफ के तुरंत बाद दो पायलट आपस में बहस करते सुने गए। एक पायलट कहता है, अरे, तुमने विमान क्यों बंद कर दिया?, इस पर दूसरा पायलट कहता है, मैंने नहीं किया बंद। इसके कुछ सेकंड बाद ही विमान का नियंत्रण पूरी तरह खत्म हो गया और हादसा हो गया। यह ऑडियो संकेत देता है कि टेकऑफ के तुरंत बाद कॉकपिट में भ्रम और अफरातफरी की स्थिति थी।

फ्यूल स्विच की भूमिका बनी जांच का बड़ा बिंदु

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में फ्यूल कंट्रोल स्विच की दो पोजिशन होती हैं – कटऑफ और रन। अगर टेकऑफ के समय यह स्विच कटऑफ मोड में चला जाए, तो इंजन को फ्यूल मिलना बंद हो जाता है। इससे इंजन का थ्रस्ट खत्म हो जाता है और विमान की बिजली सप्लाई भी रुक सकती है, जिससे कॉकपिट के उपकरण काम करना बंद कर सकते हैं।

जांच में यह आशंका भी सामने आई है कि इमरजेंसी में पायलट द्वारा फ्यूल स्विच गलती से दबा दिया गया होगा। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा क्यों और कैसे हुआ, इसके लिए विस्तृत जांच की जा रही है।

ब्लैक बॉक्स डाटा से और खुलेंगे राज

AAIB ने ब्लैक बॉक्स से कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर के डाटा को सुरक्षित निकाल लिया है। इनकी गहराई से जांच की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि विस्तृत जांच में यह स्पष्ट होगा कि फ्यूल स्विच गलती से दबा या तकनीकी खामी से।

डिजाइन या तकनीकी खामी की पुष्टि नहीं

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब तक की जांच में विमान के डिजाइन या बोइंग के इंजनों में किसी तकनीकी खामी के संकेत नहीं मिले हैं। यानी हादसे की वजह संभावित मानवीय त्रुटि, फ्यूल स्विच की भूमिका या इमरजेंसी में गलत प्रक्रिया से जुड़ी हो सकती है।

विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार

यह रिपोर्ट सिर्फ शुरुआती है और विस्तृत जांच जारी है। आने वाले हफ्तों में ब्लैक बॉक्स डेटा और कॉकपिट ऑडियो की बारीकी से जांच के बाद हादसे की असल वजह सामने आने की उम्मीद है।