23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ahmedabad Plane Crash: क्या होता है TCM जो छह साल में बदला गया 2 बार, फिर भी फ्यूल स्विच हुआ फेल? जांच में बड़ा खुलासा

Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान की जांच जारी है।

2 min read
Google source verification

ड्रीमलाइनर में दो बार बदला कॉकपिट मॉड्यूल (Photo - Patrika)

Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर VT-ANB विमान की जांच में नया खुलासा हुआ है। Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया ने इस विमान के Throttle Control Module (TCM) को पिछले छह वर्षों में दो बार बदला था। पहली बार 2019 में और दूसरी बार 2023 में इसे बदला गया था।

क्या होता है Throttle Control Module (TCM)?

Throttle Control Module एक महत्वपूर्ण फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम है, जिसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच भी शामिल होते हैं। विमान की उड़ान के दौरान इंजन की पावर और फ्यूल सप्लाई को नियंत्रित करने में यह सिस्टम मुख्य भूमिका निभाता है। 12 जून को जब अहमदाबाद से उड़ान भरी गई, कुछ देर बाद अचानक फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद हो गया था, जिससे विमान को तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा और हादसा हुआ।

बोइंग के निर्देश पर किया गया था बदलाव

सूत्रों के अनुसार, 2019 में बोइंग ने सभी एयरलाइंस को TCM बदलने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे। एयर इंडिया ने इस निर्देश का पालन करते हुए VT-ANB विमान में 2019 और 2023 में TCM बदला था। इसके बावजूद, हादसे के दौरान फ्यूल कंट्रोल स्विच का अचानक बंद होना जांच का प्रमुख बिंदु बन गया है।

AAIB की रिपोर्ट में क्या सामने आया?

AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में साफ किया गया है कि TCM को दो बार बदला गया था, लेकिन इसका फ्यूल कंट्रोल स्विच के कामकाज से सीधा संबंध नहीं पाया गया। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हादसे के समय फ्यूल कंट्रोल स्विच का अचानक बंद होना एक महत्वपूर्ण जांच पहलू बना हुआ है, जिसके कारण विमान में पावर लॉस की स्थिति उत्पन्न हुई।

जांच प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल

इस हादसे की जांच पर एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPAI) ने गंभीर सवाल उठाए हैं। ALPAI का कहना है कि जांच की दिशा शुरू से ही पायलट की गलती की ओर केंद्रित नजर आ रही है, जिससे निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। ALPAI ने AAIB और DGCA से अपील की है कि जांच तकनीकी पहलुओं की गहराई से की जाए और निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी संभावित कारणों की निष्पक्षता से जांच की जाए।

फ्यूल कंट्रोल स्विच बना जांच का केंद्र

फिलहाल जांच में फ्यूल कंट्रोल स्विच का अचानक बंद होना और इसके TCM से जुड़े संभावित तकनीकी लिंक को प्राथमिकता से देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस सिस्टम में तकनीकी खराबी की स्थिति में इंजन की पावर कट हो सकती है, जिससे हादसे जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।