
Delhi schools closed: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में बढ़ते प्रदूषण के कारण सभी प्राथमिक विद्यालय (Primary Schools)अगले आदेश तक बंद कर दिए गए है। सभी प्राथमिक कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन किया जाएगा। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने यह घोषणा की है। दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। गुरुवार को AQI में हवा की गुणवत्ता 450 के पार पहुंच गई, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है। दिल्ली-NCR में फैली जहरीली धुंध के कारण अब वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 15 नवंबर की सुबह 8 बजे से दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी के चरण-3 को लागू करने का निर्णय लिया है। दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-3 लागू होने के बाद से खनन, निर्माण और बीएस 3 व डीजल गाड़ियों पर शुक्रवार से प्रतिबंध लग जाएगा।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सीएम आतिशी ने बड़ा फैसला लिया है। सीएम आतिशी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण अगले निर्देश तक दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय ऑनलाइन क्लास में शिफ्ट हो जाएंगे। बता दें कि सीएम आतिशी के अनुसार दिल्ली में 5वीं तक के छात्र अब स्कूल (Delhi Primary Schools Closed) नहीं आएंगे और उनकी पढ़ाई ऑनलाइन ही होगी।
दिल्ली में 15 नवंबर से ग्रैप -3 लागू हो जाएगा। ग्रैप -3 लागू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में कई चीजों पर पाबंदी लग जाएगी। इसमें दिल्ली एनसीआर में गैर आवश्यक निर्माण और डिमोलिशन के काम को बंद कर दिया जाएगा। बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल इंजन वाले वाहनों को सड़क पर नहीं चला सकेंगे। ग्रैप-3 लागू होने के बाद प्रदूषण फैलाने वाले कुछ उद्योगों को बंद रखने का निर्देश दिया जाता है। इसके अलावा निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने और प्रदूषण कम करने में सहयोग करने की सलाह दी जाती है। वहीं कचरे और अन्य सामग्रियों को जलाने पर भी प्रतिबंद रहेगा, जिससे धुएं से प्रदूषम के फैलने को रोका जा सके।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने एक्स पर दिल्ली के प्रदूषण का एक वीडियो भी शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि वायनाड से दिल्ली वापस आना एक गैस चेंबर में प्रवेश करने जैसा था। हवा से देखने पर धुंध की चादर और भी चौंकाने वाली लगती है। वायनाड की हवा खूबसूरत है और वहां पर AQI 35 है। दिल्ली का प्रदूषण हर साल बदतर होता जा रहा है। हमें वाकई मिलकर काम करना चाहिए और स्वच्छ हवा के लिए कोई उपाय खोजना चाहिए। यह किसी पार्टी या किसी और पार्टी से परे है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की समस्याओं वाले लोगों के लिए सांस लेना व्यावहारिक रूप से असंभव है। हमें बस इसके बारे में कुछ करना होगा।
Updated on:
14 Nov 2024 09:22 pm
Published on:
14 Nov 2024 08:41 pm
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