
अनुराग मिश्रा।नई दिल्ली: भारत के सीमावर्ती गांवों और दिल्ली के बीच की दूरी बेशक अधिक हो लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वायब्रेंट विलेज कार्यक्रम के माध्यम से दिलों की दूरी कम करने का काम किया है। जब तक देश का प्रथम गांव विकसित नहीं होता, तब तक एक विकसित भारत नहीं बन सकता।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर वायब्रेंट विलेजेज़ कार्यक्रम के गांवों के विशेष अतिथियों के साथ संवाद कर रहे थे।
शाह ने कार्यक्रम में कहा कि इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी का मानना है कि सीमा पर स्थित गांव देश का अंतिम नहीं बल्कि प्रथम गांव है। उन्होंने कहा कि पहले इन सीमावर्ती गांवों में मूलभूत सुविधाएं ना होने के कारण यहां से पलायन होता था, लेकिन मोदी जी ने स्थानीय लोगों के लिए सुविधाओं की चिंता कर वायब्रेंट विलेज कार्यक्रम के माध्यम से पलायन की समस्या को दूर करने के प्रयास किए हैं।
वाइब्रेंट ब्लेजर कार्यक्रम पर सरकार 4800 करोड़ रुपए खर्च कर रही है
गृह मंत्री ने कहा कि वायब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में 19 सीमावर्ती क्षेत्रों के 3 हज़ार गांवों को कवर किया जा रहा है और ये कार्यक्रम 10 सालों में पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के पहले चरण में 662 गावों को कवर किया जा रहा है जिनकी कुल आबादी 1,42,000 है और सरकार इस पर 4800 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
70 साल के मुक़ाबले पाँच साल में ज़्यादा ख़र्च
उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में 2500 करोड़ रूपए के खर्च से सड़कों का निर्माण हो रहा है जिससे कनेक्टिविटी बढ़ने से लोगों को सुविधा होगी। श्री शाह ने कहा कि आज़ादी के 70 सालों में जितना खर्च इन गांवों के विकास पर हुआ है, उससे दो गुना से भी अधिक खर्च नरेन्द्र मोदी सरकार ने वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर पिछले 5 सालों में ही कर दिया है।
वाइब्रेंट विलेजेज के पंच और सरपंच अपने परिवारों के साथ भारत सरकार के "विशेष अतिथि" के रूप में कर्तव्य पथ पर इस साल की गणतंत्र दिवस परेड के साक्षी बनेंगे। गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर इन विशेष अतिथियों की मेजबानी कर रहा है।
एनसीसी कैडेटों की "पीएम रैली" भी देखेंगे
वाइब्रेंट विलेजेज से आए विशेष अतिथियों ने प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा भी किया। 27 जनवरी को वे "भारत पर्व" में भाग लेंगे। इसके साथ ही विशेष अतिथियों को 27 जनवरी को होने वाली एनसीसी कैडेटों की "पीएम रैली" देखने के लिए भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
संवाद कार्यक्रम में पृथ्वीविज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू, सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और गृह राज्यमंत्रीतथा युवा कार्यक्रम व खेल राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
Updated on:
25 Jan 2024 09:04 pm
Published on:
25 Jan 2024 09:02 pm
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