
Ammonia leak in Tamilnadu
Ammonia gas leak at private fish processing planting in Tamil Nadu: तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में शनिवार तड़के जब शहर के लोगों की आंख भी ठीक से नहीं खुली थी तब एक हादसे की खबर ने कई परिवारों की नींद अगले कई दिनों तक के लिए उड़ा दी। दरअसल हुआ यह कि एक निजी मछली प्रसंस्करण संयंत्र (Private Fish processing Plant) में से अमोनिया गैस (NH3) का अचानक रिसाव होने लगा और जिसके संपर्क में आने से लगभग 30 महिला कर्मचारी बीमार पड़ गईं। आपको बता दूं कि 2019 में ओडिशा के बालासोर में एक फैक्ट्री में अमोनिया गैस लीक होने से 90 कर्मचारी गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे। आइए इस गैस के बारे में जानते हैं यह मनुष्यों के लिए कितना खतरनाक है और इसका उपयोग किन कार्यों में किया जाता है? इस गैस के संपर्क में आने पर आपको अपनी सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए?
पुलिस के अनुसार, तूतीकोरिन के पुदुर पांडियापुरम में मछली प्रसंस्करण और निर्यात के लिए एक निजी प्रोसेसिंग सेंटर में लगभग 500 कर्मचारी कार्यरत हैं। इस प्लांट में शुक्रवार की आधी रात के आसपास बिजली की खराबी के कारण अमोनिया गैस सिलेंडर फट गया और जिसके चलते जहरीली गैस अमोनिया प्लांट के अंदर फैल गई। उस समय मछली प्रसंस्करण प्लांट में मौजूद कम से कम 21 महिला कर्मचारी, जिनमें ओडिशा की 16 कर्मचारी भी शामिल थीं, गैस के संपर्क में आईं और उन्हें सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और बेहोशी जैसे लक्षण महसूस हुए। प्रभावित श्रमिकों को बाद में तूतीकोरिन के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया और जहां उनका अभी भी इलाज चल रहा है। पुथियामपुथुर पुलिस घटना की इस हादसे की जांच कर रही है।
Uses of ammonia gas? अमोनिया गैस का भारी मात्रा में उपयोग दूध प्लांट में होता है। इसका उपयोग बर्फ बनाने के कारखाने में शीतलीकारक के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। अमोनिया के घोल का उपयोग कपड़ों से तेल, ग्रीज आदि के दाग को छुड़ाने के लिए किया जाता है।
अमोनिया एक तीक्ष्ण गंध वाली रंगहीन गैस होती है. यह हवा से हल्की होती है। इसको बनाने के लिए यूरिया, अमोनियम सल्फेट, अमोनियम फॉस्फेट, अमोनियम नाइट्रेट आदि रासायनिक खादों का उपयोग किया जाता है। अमोनिया के उत्पादन में चीन नंबर एक पर जबकि भारत का स्थान नंबर दो पर है।
माना जाता है थोड़ी सी भी ज्यादा मात्रा में अमोनिया सूंघने पर जान जा सकती है। यह जहरीली होती है। इसके संपर्क में आने से मनुष्य को बेहोशी छाने लगती है और कई बार समय पर उचित उपचार नहीं होने पर मौत तक हो सकती है। यूएस ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, पिछले 7 सालों में अमेरिका में करीब 300 लोगों की मौत अमोनिया गैस के संपर्क में आने से हो चुकी है। हवा में अमोनिया की उच्च सांद्रता का एक्सपोजर नाक, गले और श्वास नली के जलन का कारण बनता है। इतना ही नहीं इसके संपर्क में आने पर त्वचा में जलन, आंखें पूरी तरह खराब हो सकती हैं।
यदि कहीं अचानक अमोनिया वातावरण में फैल जाए तो आंख तथा चेहरे को काफी अधिक पानी से धोना चाहिए। अमोनिया जल में आसानी से घुल जाती है इसलिए चेहरे को बार-बार पानी से धोने से यह घुलकर अलग हो जाती है।
Updated on:
20 Jul 2024 01:03 pm
Published on:
20 Jul 2024 12:52 pm
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