
CM हिमंत सरमा (Photo-IANS)
असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया। उन्होंने पार्टी पर राज्य में "लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने" का प्रयास करने का आरोप लगाया। इसके बाद प्रदेश की सियासत में हलचल मच गई। मंत्री पीयूष हजारिका ने सोशल मीडिया प्लेफॉर्म एक्स पर इसको लेकर पोस्ट किया है।
मंत्री पीयूष हजारिका ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा इस तरह से असम कांग्रेस ने असम में लोकतंत्र को तहस-नहस करने की कोशिश की। आज उनके गुंडों ने असम के मुख्यमंत्री पर बोतलों से हमला किया, कल यही गुंडे ग्रेनेड फेंकेंगे?
मंत्री पीयूष हजारिका ने कथित हमलावरों को कायर बताया है। साथ ही सख्त परिणाम भुगतने की भी चेतावनी दी। उन्होंने कांग्रेस नेता गौरव गोगोई को टैग करते हुए कहा, "इन कायरों को चुनावी और कानूनी दोनों ही तरह से बख्शा नहीं जाएगा।"
वहीं इस कथित घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। भाजपा ने हमले की निंदा की है और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि मंत्री पीयूष हजारिका के आरोपों पर कांग्रेस की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सोशल मीडिया पर इस घटना की तीखी निंदा की गई, जिसमें कई लोगों ने इसे राजनीतिक हिंसा का उदाहरण बताया। एक यूजर ने लिखा, "मुख्यमंत्री का पद एक संस्थागत सम्मान का प्रतीक है, और इस तरह का व्यवहार निंदनीय है।"
एक अन्य यूजर ने लिखा- यह बहुत निंदनीय है... इसी तरह आप और जयंत मल्ला जिस तरह से पत्रकारों के साथ व्यवहार करते हैं वह भी निंदनीय है... राजनीति में सभी को शालीन व्यवहार करना चाहिए.. रंगमंच समाज अक्सर राजनेताओं के व्यवहार का अनुसरण करता है। एक यूजर ने एक्स पर लिखा- मंत्री जी, जब आपके क्षेत्र में अन्य दलों के नेताओं के साथ भी ऐसा ही होता है, तो आप उस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं? वैसे, 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने भाषण के अनुसार आप कब इस्तीफा दे रहे हैं?
Published on:
30 Jun 2025 10:27 pm
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