
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Photo-ANI)
Bihar Elections: चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों ने भी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी मिथिलांचल में चार विधानसभा सीटों लड़ेगी। एआईएमआईएम इस बार बिहार की दरभंगा टाउन, जाले, केवटी और मधुबनी में बिस्फी पर चुनाव लड़ने जा रही है। पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीमांचल में पैठ बनाने के बाद इस क्षेत्र में उनकी पार्टी की पहली बड़ी परीक्षा है। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने सोमवार को 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी।
ओवैसी ने जाले विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुमरौली गांव में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सीमांचल के बाद एआईएमआईएम अब मिथिलांचल में चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने आरोप लगाया कि गठबंधन बनाने की उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें साथ लाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। यह अहंकार उन्हें बहुत महंगा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आपका भोलापन आपको नुकसान पहुंचाएगा। आपका अहंकार आपको कमजोर बना देगा। हम किसी से नहीं डरते।
हैदराबाद के सांसद ने कहा कि लोग कहते थे कि ओवैसी घमंडी हैं और किसी से बात नहीं करना चाहते। लेकिन हम बातचीत के लिए तैयार थे - फिर भी, वे हमसे बात नहीं करना चाहते थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार की जनता अब जानती है कि कौन सचमुच मोदी, अमित शाह और नीतीश सरकार की वापसी को रोकना चाहता है। और कौन उन्हें वापस लाना चाहता है।
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकारों पर भी निशाना साधा और उन पर मुसलमानों के साथ अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यूपी में लोगों को 'आई लव मोहम्मद' कहने से रोका जा रहा है। दीवारों से पोस्टर हटाए जा रहे हैं। लेकिन भारतीय मुसलमानों को भारत और पैगंबर के प्रति प्रेम व्यक्त करने से कोई नहीं रोक सकता।
ओवैसी ने जोर देकर कहा कि उनका दौरा निजी फायदे या वंशवाद की राजनीति के लिए नहीं, बल्कि बिहार की 19% मुस्लिम आबादी का प्रतिनिधित्व करने के लिए था। उन्होंने कहा, हम चाँद से नहीं आए हैं; हम हैदराबाद से हैं - और हमें बिहार से कोई नहीं भगा सकता। उन्होंने आगे कहा, मैं यहां आपसे वोट मांगने और फिर उन चार विधायकों की तरह आपको धोखा देने नहीं आया हूं जिन्होंने अपना जमीर बेच दिया। मैं उन 19% लोगों के लिए एक नेता चुनने आया हूं जो न राजद से डरते हैं, न मोदी से, न नीतीश से।
आपको बता दें कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 24 सीटों पर चुनाव लड़ा था और पांच पर जीत हासिल की थी - किशनगंज और पूर्णिया में दो-दो और अररिया में एक। हालांकि, जून 2022 में इसके पाँच में से चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए। इससे केवल अख्तरुल ईमान ही बचे, जो AIMIM की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने हुए हैं।
Published on:
07 Oct 2025 04:54 pm
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